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मुखिया की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण 'साक्षर-निरक्षर'

डिग्री-डिप्लोमा धारकों को पीछे छोड़ ग्राम प्रधान बने कम पढ़े-लिखे। मतदाताओं ने 25 साक्षर व छह निरक्षर को सौंपी गांव की बागडोर।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 12:28 AM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 12:28 AM (IST)
मुखिया की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण 'साक्षर-निरक्षर'
मुखिया की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण 'साक्षर-निरक्षर'

राहुल जायसवाल, दरियाबाद (बाराबंकी)

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में साक्षर व निरक्षर प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। डिग्री-डिप्लोमा धारकों को पीछे छोड़ गांव के मुखिया बनने की परीक्षा में साक्षर-निरक्षर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। प्रधान व बीडीसी पद के परिणाम में कम पढ़े-लिखे की तादात काफी संख्या में रही है। वहीं, स्नातक, परास्नातक व बीएड आदि डिग्री धारक प्रत्याशी पीछे ही रह गए। गांवों के विकास को चुने गए प्रधानों में छह निरक्षर व 25 साक्षर के हाथ में बागडोर है। यही नहीं जूनियर हाईस्कूल उत्तीर्ण विजेता प्रत्याशियों की संख्या नौ है। ऐसे में 25 विजेता हस्ताक्षर बनाने लायक और छह अंगूठा टेक हैं।

विकास की लिखेंगे इबारत :

गांव के विकास में प्रधान की अहम भूमिका होती है। सरकार की योजनाओं से विकास कर आदर्श ग्राम बनाने में मेहनत करनी पड़ती है। आवास, पेंशन, रास्ता, भूमि समतलीकरण, जल संरक्षण, मनरेगा, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास, स्वच्छता, स्वास्थ्य व भूमि प्रबंधन समिति का संचालन के साथ ही गांव के विद्यालयों का कायाकल्प कराने और उनमें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी प्रधानों के कंधे पर है। हाईटेक युग में जहां सेटेलाइट से स्टीमेट बनने लगे हैं। जियो टैगिंग से विकास कार्यो की निगरानी होती है। ऐसे में ग्राम प्रधान का पढ़ा-लिखा होना जरूरी है। बहरहाल, साक्षर और निरक्षर ग्राम प्रधान गांव में विकास की इबारत लिखने को बेताब दिख रहे हैं।

दरियाबाद ब्लाक :

योग्यता - प्रधान - बीडीसी

निरक्षर - 6 - 20

प्राइमरी - 25 - 24

जूनियर हाईस्कूल - 09 - 15

हाईस्कूल - 05 - 09

इंटरमीडिएट - 08 - 03

स्नातक - 12 - 09

परास्नातक - 05 - 03 निरक्षर : अकबरपुर की रेशमा बानो, कुशफर की सिधु सिंह, नियामतपुर की किसना देवी, बड़नपुर की शकुंतला, सैफपुर के पीताम्बर, उफरौली की जगवंता।

प्राइमरी योग्यता : - अगानपुर की उर्मिला, अद्रा के जाबिर अली, अरियामऊ के प्रदीप कुमार, अलियाबाद की रसीदा खातून, इमिलिहा की रेखा, अवशेरगढ़ की सुशीला, गाजीपुर के रामसजीवन, गंगौली की केवला देवी, चमरौली के नफीस अहमद, जदवापुर की संतोष कुमारी, दुल्हदेपुर की सुशीला, धामापुर के सिकन्दर, मगरौड़ा के रामविलास, मीननगर की रीता देवी, मेंहौरा के बेनी, रसुलपुरकला के रामकेवल, सराय रज्जन की शीला देवी, सिसौना के रंगई, सुर्रा के विनोद, सैदखानपुर के जगप्रसाद, खानपुर शम्भूदयाल की तारावती, तारापुर के रामदेवी, बिबियापुर की अफसरी बानो।

जूनियर हाईस्कूल : जेठौती राजपूतान के रामतीरथ, दनापुर क्यामपुर के विजय प्रताप, बीरापुर के रामगोपाल, मथुरानगर की अंजुम, मियागंज के व़फा मोहम्मद, रामपुर रायसाहब के संतोष कुमार, लालपुर गुमान के प्रवेश, सराय शाह आलम की सूफिया खातून, सेमौर की प्रेम कुमारी।

हाईस्कूल : क्यामपुर की नीलम, जगराबसावन की गीता देवी, किला बेलहरी के अलाउद्दीन, केंहौरा की उजमा बानो।

इंटरमीडिएट : तेलमा के संतशरण, नोहरेपुर के प्रमोद, पहरुपुर की रीता देवी, बनगवा के बलराम यादव, मुरारपुर के रामशरण, हड़ाहा के राधेश्याम, इंदरपुर के आनन्द नरायण, उटवा के वंशीलाल।

उच्च डिग्रीधारक : वंदना दास परास्नातक, प्रीति वर्मा परास्नातक, रेनू वर्मा बेलहरी में स्नातक, मंझेला रीना स्नातक।


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