मुख्य खबर : किसानों ने मांगा धान का भावांतर
बाराबंकी : धान लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों के बीच भारतीय किसान यूनियन के ¨चतन शिविर का खास विष
बाराबंकी : धान लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों के बीच भारतीय किसान यूनियन के ¨चतन शिविर का खास विषय शनिवार को 'दैनिक जागरण' में प्रकाशित 'सरकार व गल्ला व्यापारी मालामाल किसान बेहाल' शीर्षक से प्रकाशित खबर रही। क्रय केंद्रों पर धान खरीद न होने से किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग का निर्णय लिया गया। शिविर में ही मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने डीएम उदयभानु त्रिपाठी को सौंपा।
ज्ञापन में क्रय केंद्रों पर खरीद न होने से किसानों को रबी फसलों की बोवाई के समय समर्थन मूल्य 1750 रुपये से करीब पांच से साढ़े पांच सौ रुपये प्रति ¨क्वटल की दर से नुकसान हुआ है। इसलिए सरकार किसानों को समर्थन मूल्य व व्यापारियों की ओर से दिए गए मूल्य का भावांतर दिलाए। इसके अलावा मक्का, दाल, बाजरा आदि के भी क्रय केंद्र संचालित किए जाने, गन्ना मूल्य 50 रुपये और बढ़ाए जाने, किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे समाप्त करने की मांग भी गई।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने भावांतर के मुद्दे पर शासन का सकारात्मक रुख न मिलने पर धान सहित लखनऊ कूच करने की चेतावनी डीएम को दी। डीएम ने कुछ देर बाद प्रमुख सचिव खाद्य से बात की और भाकियू प्रतिनिधि मंडल से 19 नवंबर को वार्ता कराने का आश्वासन दिया। साथ ही किसानों का धान सफदरगंज व नवीन मंडी में तीन दिन में अतिरिक्त कांटा लगवाकर तौल कराने की बात भी कही। इसके भाकियू ने लखनऊ कूच का कार्यक्रम स्थगित कर दिया। राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा, उपाध्यक्ष बलराम लंबरदार, राष्ट्रीय सचिव अनिल तालान, प्रदेश अध्यक्ष राजवीर ¨सह जादौन, महासचिव मुकेश ¨सह, मंडल अध्यक्ष लखनऊ हरिनाम ¨सह व प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ केतकी ¨सह आदि मौजूद रहे।