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गरीबों को मिला होता पीएम आवास तो जाती जान न गिरते घर

जिले में 10 हजार 770 गरीबों को पीएम आवास मिला है लेकिन कई ऐसे लोग जिनके घर कच्चे थे उन्हें सूची से बाहर रखा गया। यह इसलिए था कि पीएम आवास सूची में नाम दर्ज करने के लिए गरीबों के पास सुविधा शुल्क नहीं था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 11:21 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 11:21 PM (IST)
गरीबों को मिला होता पीएम आवास तो जाती जान न गिरते घर
गरीबों को मिला होता पीएम आवास तो जाती जान न गिरते घर

बाराबंकी : जिले में 10 हजार 770 गरीबों को पीएम आवास मिला है, लेकिन कई ऐसे लोग जिनके घर कच्चे थे उन्हें सूची से बाहर रखा गया। यह इसलिए था कि पीएम आवास सूची में नाम दर्ज करने के लिए गरीबों के पास सुविधा शुल्क नहीं था। यही वजह रही कि भीषण बारिश में उनके कच्चे घर गिरे और लोगों की मौतें हुईं। अब भी इन मौतों से जिला प्रशासन का कोई सरोकार नहीं है। लेखपालों के रिपोर्ट न देने से उनके नाम अब भी सूची का हिस्सा नहीं बन सके हैं। जागरण टीम ने आन द स्पाट में हकीकत जानने की कोशिश की। प्रस्तुत है रिपोर्ट.. इनसेट : प्रशासन को जारी करना पड़ा नंबर प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण में वसूली किसी से छिपी नहीं है। डीएम को इसको लेकर नंबर जारी करना पड़ा। प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत किसी भी लाभार्थी से अवैध रूप से धनराशि आदि की मांग किसी अधिकारी या कर्मचारी एवं अन्य व्यक्ति द्वारा की जाती है तो वह फोन नंबर 05248-222229 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इनसेट : इनके गिरे घर, बेघर हुए गरीब देवा : 21 सितंबर को कुरखिला के लतीफ के जर्जर मकान की दीवार ढह गई, जिसमें दो वर्षीय पुत्र असद की मौत हो गई थी। 26 सितंबर को धौरमऊ के राम गोविद के घर की कच्ची दीवार गिरने से उसकी पत्नी कलावती की मौत हो गई थी। त्रिवेदीगंज के रबड़हिया के आशीष कुमार, तुलसीराम पाल, मनोधरपुर के सरजू प्रसाद के बारिश में घर गिर गए थे। रबड़हिया में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। रामसनेहीघाट के धरौली सुमेरगंज बस्ती के आशीष, अमरेश व क्रांति के घर की दीवार बारिश के कारण गिर गई थी। घर के लोग पास के निजी स्कूल के बरामदे में शरण ली थी। पूरेभुजई मजरे किठैया के दिव्यांग संजय कुमार पुत्र जगदंबा प्रसाद, विशुनपुर के मोहम्मदपुर गांव की लक्ष्मी देवी, हरख के सेठमऊ निवासी शत्रोहन सिंह का घर बारिश में गिर गया। यह सभी प्रशासन की नजर में अपात्र है।

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झोपड़ी और कच्चे मकान बने आसरा त्रिवेदीगंज के रबड़हिया के सुनील, अरविद व मनोधरपुर के सरजू प्रसाद का घर गिर जाने से पड़ोसी कैलाश के मकान में गृहस्थी का सामान रखे हुए हैं। चंद्रिका प्रसाद तिरपाल में रहते हैं। सूरतगंज के छंगूरपुरवा के शिव सांभर, पवन कुमार, शिव कुमार, छंगालाल, दीपिका, वीरमती, प्रमोद, सुनील, राजेश, गिरजोधन, भारत, रामप्यारे अब भी झुग्गी झोपड़ी, पुराने कच्चे मकानों में रहने को मजबूर हैं। सुविधा शुल्क मांगने का आरोप हथौंधा : बनीकोडर के पूरेचुराई ग्राम पंचायत कोटवा सड़क के रामू पुत्र राम नरेश का बारिश में कच्चा घर गिर गया था। आरोप है कि पैसा न देने के कारण आवास सूची से नाम काट दिया गया। दरियाबाद के अलियाबाद के जगदीश कुमार के घर की दीवार बारिश में ढह गई। जगदीश का आरोप है कि सुविधा शुल्क न दे पाने के कारण आवास नहीं मिला। गंगौली गांव के रामनरेश, संगीता, बिट्टन, फुलवा, चंदन काटने का आरोप है कि पात्र होने के बावजूद लाभ नहीं मिला। --------------

बारिश के कारण जिन गरीबों के घर गिरे हैं, बीडीओ से रिपोर्ट मांगी गई है। लेखपाल जब रिपोर्ट लगा देगा तभी हम उन गरीबों को सूची में नाम शामिल कर पाएंगे। भोलानाथ कनौजिया, परियोजना निदेशक, बाराबंकी। ---------- फैक्ट फाइल कुल पीएम आवास के पात्र-48000 2020 में मिला आवास-15128 2021 में मिला लक्ष्य-10770 ------------------


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