आलू का भाव गिरने से किसान परेशान, शीतगृत मालिक दे रहे नोटिस
आलू का भाव चढ़ने के बाद फिर कम हो गया है। इससे जिन किसानों का आलू शीतगृहों में रखा रह गया वह परेशान हैं। शीतगृहों के मालिकान किसानों को एक हफ्ते के अंदर आलू निकालकर शीतगृह खाली करने की नोटिस दे रहे हैं।
बाराबंकी : आलू का भाव चढ़ने के बाद फिर कम हो गया है। इससे जिन किसानों का आलू शीतगृहों में रखा रह गया वह परेशान हैं। शीतगृहों के मालिकान किसानों को एक हफ्ते के अंदर आलू निकालकर शीतगृह खाली करने की नोटिस दे रहे हैं। इससे किसानों को लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है। हालांकि खुले बाजार में फुटकर आलू का भाव अभी भी 15-20 रुपये किलो ही है।
रामनगर के चंदेल शीतगृह के मालिक अजय सिंह चंदेल का कहना है कि 230 रुपये प्रति क्विंटल आलू रखने का किराया लिया जाता है। लाल आलू 1200 रुपये प्रति क्विटल तक बिका था। अब बोआई का सीजन लगभग खत्म हो रहा है। ऐसे में आलू के बीज की मांग घटने से मूल्य में गिरावट आई है। सात से आठ सौ रुपये क्विंटल का भाव अभी भी मिल रहा है। एक लाख 27 हजार बोरी आलू रखा था जिसमें से अब 10 हजार बोरी आलू जिन किसानों का बचा है उन्हें एक हफ्ते के अंदर निकालने की नोटिस दी गई है। नया आलू बाजार में आने से पुराने आलू की कीमत घटी है।
मूजापुर के किसान राम प्रकाश यादव ने बताया कि 700 बोरी में से 150 बोरी आलू शीतगृह में बचा है, लेकिन खरीदार नहीं मिल रहे। बंकी ब्लाक के ग्राम गनौरा के किसान रामानंद यादव ने बताया कि 100 बोरी आलू बचा है। 600 रुपये क्विंटल का भाव मिल रहा है। इस भाव बेचने के बाद किराया व पल्लेदारी मिलाकर पौने तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल खर्च निकल जाएगा। इसी गांव के जयकरन सिंह का 200 बोरी, दीपू यादव का 150 बोरी आलू रखा है। इनसेट-
जिले के 34 शीतगृहों में तीन लाख मीट्रिक टन आलू रखा था। अब मात्र तीन फीसद आलू बचा है। अधिकांश किसान अपना आलू निकाल चुके हैं। बीच में किसानों का आलू का अच्छा भाव भी मिला।
महेश कुमार श्रीवास्तव, जिला उद्यान अधिकारी