Move to Jagran APP

अग्निकांडों से निपटने को बौने इंजताम

अग्निकांडों से निपटने में इंतजाम बौने साबित हो रहे हैं। नेपाल से घाघरा नदी में छोड़े जाना वाला पानी रामनगर फतेहपुर और सिरौलीगौसुपर तहसील के गांवों में कहर बरपाता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 11:28 PM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 11:28 PM (IST)
अग्निकांडों से निपटने को बौने इंजताम
अग्निकांडों से निपटने को बौने इंजताम

बाराबंकी : अग्निकांडों से निपटने में इंतजाम बौने साबित हो रहे हैं। नेपाल से घाघरा नदी में छोड़े जाना वाला पानी रामनगर, फतेहपुर और सिरौलीगौसुपर तहसील के गांवों में कहर बरपाता है। गर्मी के मौसम में यहां के झोपड़ीनुमा घरों को आग लील जाती है। हर वर्ष बाढ़ के बाद आग की विभीषिका से गांव उजड़ जाते हैं। अग्निशमन विभाग के पास मैन पॉवर की कमी होने के साथ ही उपकरणों का भी अभाव है।

loksabha election banner

नहीं हो सकी स्थाई अग्निशमन केंद्र की स्थापना : घाघरा नदी के किनारे बसी चार सौ से अधिक गांवों की लाखों की आबादी तलवार की धार पर रहती है। तीन तहसील में से दो तहसील रामनगर और फतेहपुर में आजादी के बाद से अब तक स्थाई अग्निशमन केंद्र की स्थापना नहीं हो सकी है। नतीजा हर बार गर्मी आती है और बाढ़ की तरह ही आग ग्रामीणों के अरमानों को तोड़ती चली आती हैं। प्रति वर्ष दर्जनों लोगों के मरने और सैकड़ों लोगों के झुलसने के बावूजद तहसील फतेहपुर और रामनगर में अग्निशमन केंद्र की स्थापना नहीं हो सकी है।

--------------------

जमींदोज हो चुके 16 हाईडेंट बाराबंकी : शहर में कभी 22 हाइडेंट हुआ करते थे लेकिन नगर पालिका परिषद की उपेक्षा के चलते अब सिर्फ छह ही हाइडेंट शेष रह गए हैं। बाकी 16 हाइडेंट जमींदोज हो चुके हैं। बताते चलें कि शहर में अचानक आग लग जाने के बाद पानी की व्यवस्था हाइडेंट से ही की जाती है।

----------------------

मैनपॉवर की कमी से जूझ रहा विभाग

पदनाम सृजित पदों की संख्या तैनाती रिक्त पद

मुख्य फायर आफीसर 01 01 00

फायर स्टेशन ऑफीसर 01 01 00

सेकेंड फायर स्टेशन आफीसर 06 02 04

लीडिग फायरमैन 11 09 02

फायरमैन 85 45 40

----------------------------------- इनसेट : उपकरणों का भी टोटा

तहसील फायर मोटर इंजन की मांग उपलब्धता पंप की मांग उपलब्धता

नवाबगंज 05 03 02 01

हैदरगढ़ 02 01 01 01

रामसनेहीघाट 02 01 02 01

सिरौलीगौसपुर 02 01 02 00

हैदरगढ़ 02 01 01 01

रामनगर 02 01 01 00

(नोट : रामनगर सीजनल फायर स्टेशन है।)

----------

अग्निकांड की घटनाएं अमूमन अप्रैल से शुरू हो जाती हैं। रामनगर में सीजन पर ही फायर स्टेशन की व्यवस्था कराई जाती है। आग बुझाने के लिए दो वाहन नए मंगवाए गए हैं। बीते दो माह में 43 स्थानों पर आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। बीती जनवरी माह में वर्ष 22 और फरवरी माह में 21 स्थानों पर आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं।

-पीसी गौतम, अग्निशमन अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.