शिक्षकोंकी समायोजन सूची के खिलाफ प्रदर्शन
बाराबंकी : समायोजन कमेटी के अध्यक्ष की ओर सरप्लस सूची का परीक्षण कराए बिना सूची जारी कर
बाराबंकी : समायोजन कमेटी के अध्यक्ष की ओर सरप्लस सूची का परीक्षण कराए बिना सूची जारी करने से शिक्षकों का पारा चढ़ गया। अनियमितता का आरोप लगाते हुए शिक्षकों ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस पर डीएम ने शिक्षकों से प्रत्यावेदन लेकर तुरंत जांच करवाई, जिसमें दो विद्यालय में हुई अनियमितता सामने आ गई। डीएम ने शिक्षकों के समायोजन में निष्पक्षता बरते जाने का भरोसा दिया है। खंड शिक्षा अधिकारियों की ओर से भाषा, सामाजिक विषय, विज्ञान तथा गणित के विषयों के शिक्षकों की बनाई गई सूची कमेटी के अध्यक्ष और सदस्यों ने बगैर जांच के जारी कर दी। इससे गुस्साए शिक्षकों ने बुधवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के डीएम कार्यालय का घेराव कर लिया। इस पर महिला और पुलिस बल को तैनात कर दिया गया, सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर करीब एक बजे तक चले प्रदर्शन में शिक्षकों ने काउंसि¨लग स्थगित कर समायोजन की जांच कराने की मांग की है।
जारी नहीं गाइड लाइन : जिलाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि जिला समायोजन समिति की ओर से विषय अध्यापक के निर्धारण के लिए कोई भी गाइड लाइन जारी नहीं की गई है। इसका फायदा उठाकर खंड शिक्षा अधिकारियों ने समायोजन में अनियमितता बरती है। जूनियर हाईस्कूल कमरपुर एवं पाराखंदौली में हुई धांधली को प्रदर्शन के बाद सही किया गया। महामंत्री संतोष वर्मा ने आरोप लगाया कि ऊर्दू अध्यापकों की तैनाती ऐसे विद्यालयों में बरकरार रखी गई, जहां एक भी छात्र ऊर्दू का नहीं है। बंकी टाउन विद्यालय में अनियमितता बरती गई। पवन शंकर, डॉ. नरेंद्र मिश्र, विवेक गुप्ता, धर्मेंद्र वर्मा, शशीभूषण, सोमप्रकाश, रश्मि ¨सह, मीता गोयल, अनुराधा वर्मा, सावित्री देवी प्रमुख रहे।