अधिकारियों से आज सीधे संवाद करेंगे बच्चे
बचों व किशोरों की सुरक्षा मानसिक स्वास्थ्य आदि मुद्दों पर होगी बातपंचायत स्तर पर बाल अधिकारों पर आधारित क्विज प्रतियोगिता होगी
बाराबंकी: अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस पर शुक्रवार को बच्चे और किशोर सीधे अपने जिले के अधिकारियों से संवाद स्थापित कर सकेंगे। महिला कल्याण और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तत्वावधान में चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत हर जिले में ग्राम व ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में बच्चों और किशोरों की सुरक्षा व मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक आवश्यकताओं, मुद्दों व सपोर्ट प्रणाली पर भौतिक शक्ति संवाद किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी जिलाधिकारी के साथ मिलकर कार्यक्रम की रूपरेखा पहले से तय कर चुके हैं । स्वास्थ्य विभाग को भेजे गए पत्र में निदेशक महिला कल्याण व मिशन शक्ति अभियान के नोडल अधिकारी मनोज कुमार राय का कहना है कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान की हर माह की अलग-अलग थीम है। नवंबर माह की थीम मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक मुद्दों से सुरक्षा और सपोर्ट तय की गई है। इसी के तहत शक्ति संवाद का लक्ष्य बच्चों व किशोरों में होने वाले मानसिक और भावनात्मक परिवर्तनों के बारे में उनमें, उनके परिवार व समुदाय के बीच अधिकारियों के जरिये सीधे संवाद कर जागरूकता को बढ़ावा देना है। कोविड ने भी डाला मानसिक स्वास्थ्य पर असर : मनो चिकित्सक डॉ. राहुल सिंह का कहना है कि कोरोना के कारण किशोरों एवं युवाओं में अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है, इस कारण मानसिक अवसाद, निरंतर चिता व गंभीर हालत में गलत कदम उठाने तक के मामले सामने आए हैं। लंबे समय से स्कूल-कालेज बंद होने, दोस्तों से संपर्क टूटने, परीक्षाओं के बारे में अनिश्चितता के चलते अकेलापन, उदासी, आक्रामकता और चिड़चिड़ापन बच्चों को परेशान कर रहा है। ऐसे में इस तरह के कार्यक्रमों से उन्हें एक बल मिलेगा।