इंदिरा आवास के लाभार्थियों को बीडीओ ने दिए पीएम आवास
संवादसूत्र, बाराबंकी : अब ऐसे शिक्षकों की बर्खास्तगी होगी, जो अपने आप को निलंबित कराकर वर्षों से विद्यालय से दूरियां बनाए हुए हैं। इस तरह के शिक्षकों का डाटा एकत्र किया जा रहा है, सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। यदि सही रिपोर्ट बनी तो ऐसे शिक्षक सामने आएंगे, जो आपने आप को निलंबित कराकर नेतागिरी कर रहे हैं। संवादसूत्र, बाराबंकी : अब ऐसे शिक्षकों की बर्खास्तगी होगी, जो अपने आप को निलंबित कराकर वर्षों से विद्यालय से दूरियां बनाए हुए हैं। इस तरह के शिक्षकों का डाटा एकत्र किया जा रहा है, सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। यदि सही रिपोर्ट बनी तो ऐसे शिक्षक सामने आएंगे, जो आपने आप को निलंबित कराकर नेतागिरी कर रहे हैं।
बाराबंकी : प्रधानमंत्री आवास में जिले की प्रदेश ही नहीं बल्कि केंद्र से भी सराहना मिल रही है, लेकिन जिले के खंड विकास अधिकारियों को यह सराहना रास नहीं आ रही है। बिना मॉनीट¨रग खंड विकास अधिकारी अपात्रों के खातों में पीएम आवास की धनराशि भेज दी। हैदरगढ़ क्षेत्र में हुई पीएम आवास में धांधली की परत खुल गई है, उच्चाधिकारियों को पता चला तो सचिव और पटल सहायक को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए रिकवरी के आदेश दिए हैं।
विकास खंड हैदरगढ़ के ग्राम शरीफाबाद में चार इंदिरा आवास पा चुके लाभार्थियों को पंचायत सचिव और पटल सहायक ने अफसरों से मिलकर प्रधानमंत्री आवास का लाभ दे दिया। जबकि पीएम आवास में सबसे अधिक जिम्मेदारी खंड विकास अधिकारी की थी, लेकिन उन्होंने बाराबंकी को मिल रही सराहना को मिट्टी में मिला दिया है। जब अपात्रों का चयन किया गया तो खंड विकास अधिकारी ने सत्यापन कराने की जरूरत नहीं समझी। अपात्रों को आवास देने की शिकायत हुई तो इस मामले की जांच कराई गई। पता चला कि चार लाभार्थी ऐसे हैं, जिन्हें इंदिरा आवास का लाभ मिल चुका था लेकिन पीएम आवास भी दे दिया गया था। पीएम आवास की धांधली में ग्राम पंचायत के सचिव और ब्लॉक के पटल सहायक को प्रतिकूल प्रविष्टि देकर आरोपितों को ही नहीं बचाया गया, बल्कि जिम्मेदारों को भी धांधली बरते जाने की कार्रवाई से अलग कर दिया गया। अब अपात्रों से रिकवरी के आदेश जारी हुए हैं।
परियोजना निदेशक डॉ. हरिचरन ¨सह ने बताया कि चार इंदिरा आवास लाभार्थियों को पीएम आवास दे दिया गया था, सचिव और पटल सहायक को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए रिकवरी जारी की गई है। यदि रिकवरी नहीं होती है तो एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।