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ब्लॉक पर बीडीसी और प्रधानों ने किया हंगामा

क्षेत्र पंचायत की अचानक बैठक स्थगित होने से नाराज बीडीसी व प्रधान ने मानदेय को लेकर हंगामा किया। बीडीओ के समझाने पर शांत हुए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 11:16 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 11:16 PM (IST)
ब्लॉक पर बीडीसी और प्रधानों ने किया हंगामा
ब्लॉक पर बीडीसी और प्रधानों ने किया हंगामा

बाराबंकी : क्षेत्र पंचायत की अचानक बैठक स्थगित होने से नाराज बीडीसी व प्रधान ने मानदेय को लेकर हंगामा किया। बीडीओ के समझाने पर शांत हुए।

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ब्लॉक परिसर में हुई बैठक में स्वास्थ्य शिक्षा, पशुपालन, समाज कल्याण, बाल पुष्टाहार आदि विभाग के अधिकारी अपने-अपने विकास कार्यों पर चर्चा कर रहे थे। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुशील जायसवाल ने कहा कि पंचायत में सफाई कर्मचारी नहीं है। कार्यकाल समाप्त होने वाला है, कर्मचारियों के सहयोग न करने से विकास कार्यों में देरी हो रही है। दो बजे बीडीओ हरिवंश प्रसाद अचानक बैठक को संबोधित करने लगे और कहा कि कोरम का अभाव है। इसलिए बैठक स्थगित की जा रही है। इसी बात पर प्रधान व बीडीसी अपना मानदेय न मिलने पर नाराज हो गए और हंगामा करने लगे। ग्राम प्रधान भुइयादीन, गया प्रसाद, रघुराज, पंकज रावत, परशुराम, पंकज जायसवाल, अरुण शुक्ल, कमलेश, उग्रसेन, प्रेम, भाई लाल, कमलेश, दुर्गेश, रतनेश, कमला, सुनीता, छोटेलाल आदि ने बीडीओ से मानदेय दिलाने की मांग की। बीडीओ हरिवंश प्रसाद का कहना है कि जिन लोगों ने बैठक में भाग लिया है, उन लोगों के हस्ताक्षर देखकर मानदेय दिलाया जाएगा।

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कृषि वैज्ञानिकों ने मिट्टी की जांच कराने की दी सलाह

बाराबंकी : विश्व मृदा दिवस पर हैदरगढ़ स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में शनिवार को आयोजित गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों से खेत की मिट्टी का परीक्षण कराए जाने की सलाह दी। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए केवीके प्रभारी व वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि हर वर्ष पांच दिसंबर को मनाए जाने वाले विश्व मृदा दिवस का मुख्य उद्देश्य किसानों को मृदा परीक्षण के बारे में जागरूक करना है। उद्यान वैज्ञानिक डॉ. अश्वनी कुमार सिंह ने कहा कि मिट्टी में जिस तत्व की कमी है, उसकी पूर्ति के लिए मृदा परीक्षण कराना किसानों के लिए लाभदायक है। उद्यान वैज्ञानिक ने किसानों से फसल में रासायनिक खाद का प्रयोग कम करने की सलाह दी। पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. सुरेंद्र सिंह ने खेत से नमूने के लिए मिट्टी कैसे ली जाए, के बारे में जानकारी दी। कहा कि किसान एकीकृत फसल प्रणाली अपनाकर खेती से लाभ प्राप्त करें। गोष्ठी में प्रगतिशील किसान नवनीत वर्मा, मंशाराम यादव, बृजेश त्रिपाठी, कौशल सिंह, अशोक सिंह, वीरेंद्र सिंह, राज नारायण सिंह, संतोष सिंह आदि शामिल हुए।


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