अदा की गई बकरीद की नमाज, मांगी अमन-चैन की दुआ
जिले में बकरीद (ईद-उल-अजहा) की नमाज अकीदत के साथ शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। मस्जिदों में भी नमाजी एकत्र हुए कोरोना से बचाव की गाइड लाइन का पूरा अनुपालन दिखा।
बाराबंकी: जिले में बकरीद (ईद-उल-अजहा) की नमाज अकीदत के साथ शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। मस्जिदों में भी नमाजी एकत्र हुए, कोरोना से बचाव की गाइड लाइन का पूरा अनुपालन दिखा। मस्जिदों में पढ़ी गई नमाज में 15 से 20 लोग शामिल हुए। शहर के पीरबटावन ईदगाह, बेगमगंज जामा मस्जिद सहित अन्य मस्जिदों में नमाजियों ने अमन चैन की दुआ मांगी। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों में तय समय पर बकरीद की नमाज अदा की। नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी।
सूरतगंज, लालपुर करौता और बेलहरा में लोगों ने शारीरिक दूरी के पालन करते हुए बकरीद की नमाज मस्जिदों व घरों में अदा की। हैदरगढ़ क्षेत्र की मस्जिदों में पांच-पांच लोगों ने नमाज पढ़ी और अपने-अपने घरों में कुर्बानी दी। दरियाबाद के चीनी मस्जिद, जामा मस्जिद कस्बा, ईदगाह अलियाबाद, खोदायपुर, रसूलपुर, बरहुआ, ईदगाह कुशफर, भगवानपुर समेत आदि स्थानों पर नमाज अदा की गई। रामनगर, मसौली सहित जिलेभर में लोगों ने नमाज अदा की और एक-दूसरे को मुबारकबाद दी।
थाना प्रभारी ने बांटे कपड़े : निदूरा के बड्डूपुर थाना प्रभारी निरीक्षक गजेन्द्र प्रताप सिंह ने मलिन बस्तियों में पहुंच कर गरीब असहाय बच्चों को टाफी, चॉकलेट, खिलौने के साथ ही कपड़े भी वितरित किए। ईदगाह में लगा मेला, अफसर कर रहे इन्कार चित्र-22बीआरके-19, 20 बाराबंकी : मुहल्ला पीरबटावन के ईदगाह मैदान में नमाज भले ही नहीं पढ़ी गई लेकिन दोपहर बाद मेला जरूर लगा। कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बावजूद ईदगाह मैदान के बच्चों के खेलने के लिए झूले व अन्य मनोरंजक संसाधन जुटाए गए थे। मिठाई व चाट-पकौड़ों के ठेले भी काफी संख्या में लगे। जबकि, सुबह यहां एसडीएम सहित अन्य अधिकारी भी काफी देर तक बैठे रहे थे। जलील होटल के पास तो जमावड़ा दिखा। नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह ने मेला लगने की न सिर्फ जानकारी से इन्कार किया, बल्कि जिम्मेदारी से भी पल्ला झाड़ लिया। ईओ पवन कुमार ने भी मेला आयोजन व अनुमति की जानकारी से इन्कार कर दिया। नगर पालिका अध्यक्ष शशि श्रीवास्तव का कहना है कि ईदगाह मैदान में मेला आयोजन की अनापत्ति के लिए भी हमारे पास कोई आवेदन पत्र नहीं आया। यदि मेला लगा है तो यह कानून व्यवस्था का मामला है। मेला आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस में तहरीर दिलाई जाएगी।