संक्रमण पर लगाम लगा रही एंटी कोरोना सेल
प्रतिदिन करीब 700 लोगों को फोन कॉल की जाती है। जून माह में स्थापित इस सेल में तीन तहसील कर्मी राजेश मिश्रा अनूप श्रीवास्तव और विजय कुमार की ड्यूटी लगी है।
बाराबंकी : कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविद चतुर्वेदी की ओर से गठित एंटी कोरोना सेल कारगर साबित हो रही है। टीम न सिर्फ लोगों को संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की मोबाइल पर कॉल कर जानकारी देती है बल्कि टीम की रिपोर्ट पर सीएमओ कार्यालय की टीम कोविड-19 टेस्ट भी करा रही है।
एंटी कोरोना की यह सेल पुलिस लाइंस में स्थित अस्पताल में संचालित हो रही है। जून माह में स्थापित इस सेल में तीन तहसील कर्मी राजेश मिश्रा, अनूप श्रीवास्तव और विजय कुमार की ड्यूटी लगी है। इनके साथ प्रतिदिन शिक्षा विभाग के शिक्षकों की बदल-बदल कर ड्यूटी लगती है। जो अपने मोबाइल नंबर से उन लोगों को फोन कॉल करते हैं जो प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं। फोन पर संक्रमित व्यक्ति के बारे में बताया जाता है और उनसे पूछा जाता है कि क्या वह उनके संपर्क में तो नहीं आए हैं। जो व्यक्ति संपर्क में आने और कोरोना टेस्ट न कराने की जानकारी देता है तो उसका विवरण एक प्रोफार्मा में भरकर यह सेल सीएमओ कार्यालय भेजती है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग उनसे संपर्क कर उनका टेस्ट करता है।
कॉल डिटेल से मिलता विवरण : दरअसल जो व्यक्ति कोरोना संक्रमित होता है उसके टेस्ट कराने के दो दिन पहले और तीन दिन बाद तक वह जितने लोगों से फोन पर बात करता है। पुलिस उसकी कॉल डिटेल से पता करती है। यही कॉल डिटेल कोरोना सेल को सौंपी जाती है। फिर शुरू होता है संक्रमित व्यक्ति से जुड़े लोगों से बात करने का सिलसिला।
प्रतिदिन सात सौ कॉल : इस सेल में तैनात सभी कर्मी अपने मोबाइल से कॉल करते हैं। प्रत्येक को कम से कम 50 लोगों से बात करनी होती है। औसतन 700 लोगों से यहां के कर्मी संपंर्क कर उन्हें जानकारी देते व विवरण नोट करते हैं।