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नहीं बिक सके 85 फीसद वीआइपी नंबर

- राजस्व में नहीं बढ़ सके 19 लाख रुपये संवादसूत्र, बाराबंकी : वीआइपी नंबर आवंटन के लिए ह

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 04:42 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 04:42 PM (IST)
नहीं बिक सके 85 फीसद वीआइपी नंबर
नहीं बिक सके 85 फीसद वीआइपी नंबर

- राजस्व में नहीं बढ़ सके 19 लाख रुपये संवादसूत्र, बाराबंकी : वीआइपी नंबर आवंटन के लिए होने वाले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए विभाग ने 346 वीआइपी नंबर की कीमत निर्धारित कर दी। भ्रष्टाचार को बंदकर स्वयं विभाग इन नंबर को बेचने लगा। जिनकी कीमतों में कई बार संशोधन भी किया गया, लेकिन वीआइपी नंबर के प्रति लोगों में ज्यादा क्रेज नहीं दिख रहा है।

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यूपी 41 एएन सीरीज के वीआइपी नंबर में से मात्र 15 प्रतिशत ही बिक सके। जबकि 85 प्रतिशत यह वीआइपी नंबर नहीं बिक सके। जिससे विभाग को 19 लाख 6500 रुपये राजस्व प्रभावित हुआ। वीआइपी नंबरों को चार श्रेणी में बांटा गया है। तीन हजार कीमत वाले 110 नंबर, छह हजार वाले 104, 7500 रुपये वाले 92 और 15 हजार कीमत वाले 40 नंबर हैं। यूपी 41 एएन सीरीज में तीन हजार वाले 24, छह हजार वाले मात्र आठ, 7500 वाले नौ और 15 हजार वाले दस नंबर मात्र ही बिके। इससे विभाग को मात्र तीन लाख 75 हजार रुपये राजस्व मिला। नई यूपी 41 एपी सीरीज शुरू हुए एक माह हो रहा है और अब तक 14 वीआइपी नंबर मात्र बिक सके हैं। जिससे स्पष्ट है कि वीआइपी नंबर के प्रति आम लोगों का मोह भंग हो रहा है।

ऑनलाइन नीलामी में विलंब : एआरटीओ प्रशासन पंकज ¨सह ने बताया कि इन वीआइपी नंबर प्राप्त करने के लिए विभाग अब दावेदारों को बोली बोलने का मौका देगा। जो अधिक बोली देगा नंबर उसी को आवंटित होगा। यूपी 41 एपी सीरीज समाप्त होने के बाद यह प्रक्रिया शुरू होगी और इसमें करीब दो माह लगेगा।


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