कोरोना से एक की मौत, दो दिन में पीआरवी के कमांडर समेत 85 पॉजिटिव
विश्व स्वास्थ्य संगठन से जुड़े चार लोग मिले पॉजिटिव
बाराबंकी : कोरोना वायरस से पीड़ित एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दो दिन में 85 लोग संक्रमित पाए गए। 56 लोग स्वस्थ भी हुए। अब तक जिले में 1407 लोग पॉजिटिव पाए गए। 884 स्वस्थ हो गए। 508 सक्रिय केस बचे हैं। सोमवार को 31 व मंगलवार को 54 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें से अधिकांश को घरों में होम आइसोलेट किया गया है। जबकि, हरख ब्लॉक भानमऊ निवासी ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के पूर्व संरक्षक 72 वर्षीय इब्नुल हसन की मंगलवार की सुबह मौत हो गई। तीन दिन पहले संक्रमित पाए जाने पर मेयो एल-वन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फतेहपुर के पचघरा में छह, दो देवा के कचेहरान, शहर के मुहल्ला अभयनगर में दो, मालगोदाम रोड पर दो, ओमनगर बंकी में एक, सिविल लाइन में तीन लोग पॉजिटिव मिले हैं। दरियाबाद कस्बे के सरावगी मुहल्ले में एक, निदूरा क्षेत्र के कुर्सी थाने में तैनात दीवान, पीआरवी का एक कमांडर भी पॉजिटिव पाया गया है। थाने पर सैनिटाइजेशन कार्य कराया गया है। रामसनेहीघाट क्षेत्र के भिटरिया गांव में एक, सुमेरगंज कस्बे में दो व असेना गांव में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिला है। शहर में विभिन्न जगहों पर 10 अन्य लोग पॉजिटिव मिले हैं। रसौली में आठ, जिला चिकित्सालय में दो, नेहरू नगर में दो, अभय नगर में दो, जीतनगर में आठ, लखपेड़ाबाग में पांच, छोटीलाइन शिवपुरी में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। हैदरगढ़ के ठाकुरद्वारा वार्ड में दो, सीएचसी में एक, रामनगर में एक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। नहीं ले रहे पुरसाहाल : त्रिवेदीगंज : होम आइसोलेट किये गए कोरोना मरीजों का हाल लेने वाला कोई नहीं है। क्षेत्र के कान्हींपुर में 32 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। इन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर पर ही आइसोलेट कर दिया था। ग्रामीण शगुन बाजपेई ने बताया कि आइसोलेट किए गए लोगों की न तो दोबारा जांच हुई न ही कोई दवा उपलब्ध कराई गई। दूसरी ओर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कोरोना की जांच करने गांव पहुंची टीम ने जांच उपरांत कचरे को निस्तारित नहीं करा खुले में छोड़ चली गई। ग्राम प्रधान नरेंद्र देव का कहना है की मामले की शिकायत उच्च अधिकारी से की जाएगी। जबकि, इस संबंध में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी ओपी यादव का कहना है की शाम हो रही थी। टीम को कान्हूपुर गांव में भी जांच करने जाना था। ग्राम प्रधान ने निस्तारित कराने का आश्वासन दिया था।