दस दिवसीय अभियान में खोजे गए 73 टीबी रोगी
लक्ष्य पार कर 3.54 लाख की स्क्रीनिग3.54 लाख लोगों तक पहुंची टीम ने 2384 संभावितों के सैंपलों की जांच
बाराबंकी : जिले में दस दिन तक चले घर-घर टीबी रोगी खोज अभियान में 73 नए क्षय रोगी पाए गए। अभियान में लगी 130 टीमों ने 3.54 लाख लोगों की स्क्रीनिग की। इस बीच दो हजार से अधिक व्यक्ति संभावित मिले। सभी की बलगम जांच कराई गई है। मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एके वर्मा ने बताया कि पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत टीबी मरीज खोज के लिए जनपद में 10 दिवसीय एक्टिव केस फाइंडिग (एसीएफ) अभियान चलाया गया। टीमों ने घर-घर जाकर लोगों से टीबी के लक्षणों को लेकर सवाल किए। उनके आधार पर बलगम की जांच कराई गई। अभियान में 73 नए टीबी के मरीज पाए गए। जिले की 341878 लाख आबादी में विशेष अभियान चलाने का लक्ष्य निर्धारित था। टीम की सक्रियता के फलस्वरूप निर्धारित लक्ष्य को पार कर 354907 लोगों की स्क्रीनिग की गई। संभावित पाए गए 2384 लोगों के बलगम व एक्सरे जांच की गई। इसमें 73 नए मरीज टीबी मरीज चिन्हित किए गए। इन सभी मरीजों को चिन्हित करने के साथ ही उपचार शुरू कर दिया गया है। अभियान में 130 टीमें और 29 सुपरवाइजर लगाए गए थे। यदि किसी परिवार में पहले से ही कोई टीबी का मरीज है तो उस परिवार के अन्य सदस्यों को टीबी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसीलिए टीबी के सभी मरीजों के परिवारों की स्क्रीनिग भी की गई है। मरीजों को मिलेगा निक्षय पोषण योजना का लाभ : टीबी कार्यक्रम के जिला समन्वयक ने बताया कि टीबी का इलाज करा रहे प्रत्येक मरीज को उपचार के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत सरकार से 500 रुपये प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि उनके खाते में दी जा रही है। टीबी की जांच और उपचार की निश्शुल्क सुविधा जिले में उपलब्ध है।