हर केंद्र पर भेजा जाएगा 10-10 ट्रॉली धान
भाकियू प्रतिनिधि मंडल से हुई वार्ता में एडीएम ने दिया आश्वासनभाकियू कार्यकर्ताओं का धान लदी ट्रॉलियों के साथ धरना समाप्त
बाराबंकी : समर्थन मूल्य पर धान बेचने में आ रही दिक्कत से परेशान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता धान लदी ट्रॉलियों के जिला मुख्यालय पर तीन दिन से डटे थे। सोमवार को फतहाबाद के निकट स्थित भाकियू संस्थापक चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा स्थल पर एडीएम संदीप कुमार गुप्ता से भाकियू प्रतिनिधि मंडल से वार्ता हुई। एडीएम ने कार्यकर्ताओं का धान क्रय केंद्रों पर बिकवाने का आश्वासन देते हुए कहा कि क्रय केंद्रों पर 10-10 ट्रॉलियां भेजी जाएंगी। धान तौल कराने के लिए अतिरिक्त कांटे भी क्रय केंद्रों पर लगाए जाएंगे। एडीएम ने पराली जलाने संबंधी किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों की वापसी संबंधी मांग पर दिवाली के बाद डीएम की अध्यक्षता में वार्ता कराकर समाधान निकालने का भी आश्वासन दिया।
वार्ता में शामिल रहे प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह ने कहा कि एक तरफ सरकार किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ दिलाकर आय बढ़ाने के दावे कर रही है। कृषि सुधार काननू लागू कर उसे किसानों के हित में बता रही है, लेकिन इस कानून का लाभ व्यापारियों को मिल रहा है। कहा, सरकार किसान हितैषी है तो समर्थन मूल्य कानून बनाए। ताकि किसान का धान हो या अन्य उत्पाद समर्थन मूल्य से कम पर न बिके। कहा, समर्थन मूल्य 1868 रुपये प्रति क्विटल है, लेकिन किसान इसे व्यापारियों को 12-12 सौ रुपये प्रति क्विटल बेचने को विवश हैं। क्रय केंद्रों पर भी बिचौलिए हाबी है। इसलिए किसानों को धान लदी ट्रॉलियों के साथ धरना देना पड़ रहा है।
भाकियू नेता राम बरन वर्मा ने बताया कि 188 ट्रालियां हैं, जिन्हें तीन दिन में तौल कराने का आश्वासन दिया है। इसलिए आंदोलन स्थगित किया गया है। तय अवधि में धान की तौल नहीं होने पर दोबारा आंदोलन किया जाएगा। धान की तौल कराने के बाद ही किसान घर जाएंगे। मंडल उपाध्यक्ष निसार मेंहदी ने कहा कि सरकार किसानों को उपज का वाजिब मूल्य दिलाए। पराली के जलाने के मामले में दर्ज रिपोर्ट वापस ली जाए। प्रदर्शन में भाकियू नेता उमेश चंद्र लाला, चौधरी कमालुद्दीन, सुरेंद्र वर्मा, सनत वर्मा, विक्रांत सैनी, सुधाकर वर्मा, मनीष यादव, दिनेश यादव तथा हरकरन वर्मा सहित अन्य शामिल रहे।