बोले युवा, नए साल के पहले दिन का था बेसब्री से इंतजार
जागरण संवाददाता बांदा नए साल की खुशियां लोगों ने अपने-अपने ढंग से मनाई लेकिन ज्यादातर महि
जागरण संवाददाता, बांदा : नए साल की खुशियां लोगों ने अपने-अपने ढंग से मनाई लेकिन ज्यादातर महिला-पुरुषों ने मंदिर में माथा टेककर नववर्ष की शुरुआत की। युवा भी पीछे नहीं रहे और धार्मिक स्थलों पर उनकी भीड़ रही। उनका कहना था कि कोरोना संकट काल के बाद नए साल में बहुत उम्मीदें हैं और पहले दिन का बेसब्री से इंतजार था। बोले युवा
नए साल का बेसब्री से इंतजार था जो पूरा हो गया। पिछला साल कोरोना के बीच बीत गया। मंदिर में माथा टेककर मंदिर में शुरुआत की है।
- पूजा
सुबह सबसे पहले मंदिर पहुंचे और कोरोना की समाप्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। ताकि लोग अब नए साल में नई उम्मीदों के साथ शुरुआत कर सकें।
- ज्योति
बीता साल तो कोरोना में ही बीत गया। चाहकर भी बहुत कुछ नहीं कर पाए लेकिन अब नए साल में उम्मीद जगी है कि जो भी कार्य अधूरे रह गए हैं उन्हें अब पूरा कर लेंगे।
- आशीष कुमार नए साल के आगमन से बेहद उत्साहित हूं। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए नए साल की खुशियां मनाई और ईश्वर से सबकी खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
- आशू