Move to Jagran APP

टीकाकरण के बाद संक्रमित हुए मरीज आसानी से पा रहे विजय

केस एक - मलेरिया इंस्पेक्टर वैक्सीन लगवा चुके हैं। इसके बाद वह संक्रमित हुए हैं। लेकिन वैक्स

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 05:14 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 05:14 PM (IST)
टीकाकरण के बाद संक्रमित हुए मरीज आसानी से पा रहे विजय
टीकाकरण के बाद संक्रमित हुए मरीज आसानी से पा रहे विजय

केस एक - मलेरिया इंस्पेक्टर वैक्सीन लगवा चुके हैं। इसके बाद वह संक्रमित हुए हैं। लेकिन वैक्सीन के प्रभाव से होमआइसोलेशन में ही वह ठीक गए हैं। उनकी हालत गंभीर की श्रेणी में नहीं पहुंची है।

loksabha election banner

केस दो - स्वास्थ्य विभाग के ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर तो दूसरी बार पॉजिटिव हुए हैं। इस बार वह वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके थे। इससे संक्रमित होने के बाद उन्हें उपचार से जल्दी आराम मिल गया है।

केस तीन - कोरोना मरीजों के रिपोर्ट संकलित करने वाले चिकित्सक भी पॉजिटिव हुए हैं। उन्होंने वैक्सीन की डोज ले रखी थी। इससे उन्हें ज्यादा गंभीर स्थिति का सामान नहीं करना पड़ा। होमआइसोलेशन में ही वह सुधार की स्थिति में हैं।

जागरण संवाददाता, बांदा : कोरोना टीका लगवा चुके लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि ऐसे ज्यादातर लोगों को अस्पतालों में भर्ती होने की जरुरत नहीं पड़ रही है। वैक्सीन के प्रभाव से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक रहती है। इससे वह अन्य मरीजों की अपेक्षा जल्दी स्वस्थ हो रहे हैं।

जनपद में ऐसे लोग भी संक्रमित हो रहे हैं जो अपनी कोरोना टीके की दो डोज या सिगल डोज लगवा चुके हैं। लेकिन इसमें फर्क यह है कि बिना टीका लगवाने वाले संक्रमितों को जंग ज्यादा लड़नी पड़ती है। ज्यादा दिनों तक उपचार के बाद वह स्वस्थ हो रहे हैं। जबकि जो कोरोना वैक्सीन की एक या दो डोज लगवा चुके हैं वह अन्य संक्रमितों की अपेक्षा जल्दी ठीक हो रहे हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुकेश यादव का कहना है कि जनपद में अब तक करीब 5200 के ऊपर संक्रमित मिल चुके हैं। ऐसे में दोबारा संक्रमण की चपेट में आने वाले अभी कम देखे जा रहे हैं। हालांकि ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं। जो टीका लगवा चुके हैं। फिर भी वह पॉजिटिव हो गए हैं। क्योंकि वैक्सीन का काम संक्रमण से बचाना कम बल्कि बीमारी की गंभीरता को कम करना है। सीधे तौर पर माना जाए तो वैक्सीन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। इससे संक्रमण का असर कम रहता है। अभी तक ऐसे मरीज सामने नहीं आए हैं। जो वैक्सीन लगवा चुके हैं। और उनकी स्थिति गंभीर व अतिगंभीर बनी हो।

------------------------------------

दोनों डोज लेने वाले 22 स्वास्थ्य कर्मियों को हुआ हल्का असर

- राजकीय मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक व स्टाफ मिलाकर करीब एक हजार के करीब संख्या है। करीब सभी लोग कोरोना टीका लगवा चुके हैं। जिनको दोनों डोज लग चुकी हैं। इसके बाद भी जांच में करीब 22 स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित मिले हैं। लेकिन ऐसे लोगों में कोरोना संक्रमण का असर ज्यादा नहीं हुआ है। हल्का गले में दर्द व मामूली बुखार आदि के ही लक्षण प्रकट हुए हैं। उनकी रिपोर्ट तीन से चार दिन के अंदर निगेटिव भी आ गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.