डायरिया से दो बच्चों की मौत
डायरिया हो रहा हावी पीड़ित दो बच्चों की मौत
डायरिया से दो बच्चों की मौत
जागरण संवाददाता, बांदा : वर्षा के समय मौसम के उतार चढ़ाव को लेकर संक्रामक बीमारियां अपना असर दिखा रही हैं। डायरिया तो इस कदर हावी है कि लोगों को काल का निवाला बना रहा है। डायरिया से पीड़ित दो बच्चों की 24 घंटे के अंदर मौत हो गई। इसके अलावा वहां 16 डायरिया पीड़ितों को और भर्ती कराया गया है। अगस्त माह में कभी धूप तो कभी छांव हो रही है। इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। गंदे पानी व मौसम की वजह से बुखार व डायरिया का प्रकोप चल रहा है। सुबह से मरीजों का अस्पताल में तांता लगने लगता है। देररात तक मरीजों के आने का क्रम नहीं टूटता है। चिकित्सक मामूली पीड़ितों को जहां जांच के बाद दवा देकर घर जाने की छुट्टी कर रहे हैं। वहीं गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। मोहल्ला परशुराम तालाब निवासी सुलेमान की सात वर्षीय पुत्री अफरीन की दोपहर में डायरिया से हालत बिगड़ गई। स्वजन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बिलखते स्वजन उसका शव घर ले गए हैं। इसी तरह कमासिन थाना क्षेत्र के ग्राम छिलोलर निवासी मनवा के सात वर्षीय पुत्र अंशू की शनिवार दोपहर हालत बिगड़ गई थी। उपचार के दौरान उसने रात में अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसके अलावा अस्पताल में भर्ती अन्य डायरिया व बुखार पीड़ितों का भी उपचार चल रहा है। जिला अस्पताल के डा. आरके गुप्ता व डा. विनीत सचान बीमार पड़ने से बचने के लिए लोगों को सावधानी रखने की सलाह दे रहे हैं।
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बचाव के उपाय
- गंदा व दूषित पानी न पीएं।
- बासी भोजन न खाएं।
- खाने का सामान खुला न छोड़ें।
- तेज धूप में गमछा, टोपी व छाते का इस्तेमाल करें।
- मच्छरों के काटने से बचाव करें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- पुराने कटे व गले फलों का सेवन न करें।