साप्ताहिक बंदी में परिवहन विभाग की आय घटी, नौ लाख का नुकसान
जागरण संवाददाता बांदा साप्ताहिक बंदी में बसों व ट्रेनों का संचालन नहीं बंद कराया गया था। इ
जागरण संवाददाता, बांदा : साप्ताहिक बंदी में बसों व ट्रेनों का संचालन नहीं बंद कराया गया था। इसके बावजूद ज्यादातर लोगों ने एहतिहातन बंदी के नियमों का पालन किया। 50 प्रतिशत लोगों के सफर न करने का असर परिवहन विभाग की आय पर पड़ा है। विभाग को लाखों रुपये का नुकसान दो दिन की बंदी हुआ है।
परिवहन निगम का इस समय 100 बसों का बेड़ा संचालित हो रहा है। जिसमें साप्ताहिक बंदी न होने पर करीब 12 से 13 हजार यात्री औसतन रोजाना सफर करते हैं। करीब 14 लाख रुपये विभाग की आय होती है। लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर इस समय शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक यानि 59 घंटे की साप्ताहिक बंदी का नियम है। इस बंदी में संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को घरों से बाहर न निकलने व भीड़ में जाने से बचने के लिए चेताया जा रहा है। हालांकि शासन व प्रशासन की ओर से अभी पूरी तरह ट्रेनों व बसों के संचालन में रोक नहीं लगाई गई है। इसके बाद भी साप्ताहिक बंदी का असर लोगों की यात्रा में शनिवार व रविवार दिखाई पड़ रहा है। जागरूक लोग खुद बंदी के नियमों का पालन कर रहे हैं। जिसके चलते दो दिनों की बंदी में कुल 50 प्रतिशत यात्री ही बसों में सफर करते नजर आए हैं। मसलन 12 हजार की जगह औसतन कुल छह हजार यात्रियों ने ही प्रतिदिन सफर किया है। जिससे परिवहन विभाग की बंदी में रोज की आय घटकर साढ़े आठ से नौ लाख रुपये हुई है। विभाग की आय में दो दिनों में करीब 9 से दस लाख रुपये का अंतर आया है।
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- साप्ताहिक बंदी में अन्य दिनों की अपेक्षा यात्री कम निकले हैं। लंबी दूरी की बसों से काफी आय कवर की गई है। जिसमें मुंबई व दिल्ली की ओर से आए यात्रियों को कानपुर और झांसी से बसें लेकर आई हैं। उनमें यात्रियों की संख्या भी ठीक रही है।
- परमानंद एआरएम
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नहीं चलीं कानुपर व लखनऊ रूटों की जनरथ
- यात्रियों के कम निकलने से विभाग ने बांदा से संचालित चारों जनरथ बसों का संचालन नहीं किया। इससे कानपुर व लखनऊ रूटों के लिए यात्री एसी बसों के आने का पता करते रहे। कई यात्रियों ने एसी बसें न चलने से जनरल यात्रा नहीं की।
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चुनाव के लिए हमीरपुर व कानपुर देहात बसें हुईं रवाना
- चुनाव में फोर्स को लाने व ले जाने के लिए परिवहन निगम की 55 बसें लगाई गई हैं। इसमें बांदा व चित्रकूट से बसों को 26 अप्रैल के चुनाव के लिए हमीरपुर व कानपुर देहात रवाना किया गया है। करीब छह बसें प्रतापगढ़ भी भेजी गई हैं।