बीमारी से आजिज आकर गले में फंदा डाल चुनी मौत
संवाद सहयोगी अतर्रा बीमारी से अजीज आकर अधेड़ ने फंदे से लटक मौत चुन ली। बेटे की नजर प
संवाद सहयोगी, अतर्रा : बीमारी से अजीज आकर अधेड़ ने फंदे से लटक मौत चुन ली। बेटे की नजर पड़ी तो टीन के एंगल से उतारा और शोर मचाया। स्वजन आननफानन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार कर दिया। दिवगंत की पत्नी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं।
कस्बे के सुदामापुरी निवासी 52 वर्षीय शिवपूजन वर्मा लंबे समय से पैर में लकवे की बीमारी से परेशान चल रहे थे। जिनका इलाज काफी समय से चल रहा था। बीमारी से आजिज आकर सोमवार सुबह घर में टीन शेड के एंगल में नायलोन की रस्सी बांधकर फंदे को गले में डालकर फांसी लगा ली। बेटा रीतेश नवनिर्मित सीढ़ी के ढोला को खोल रहा था। आगे के कमरे में पहुंचते ही पिता को फांसी के फंदे में देखकर शोर मचा स्वजन को नीचे बुलाया। नीचे उतार कर सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टर ने देखते ही मौत की पुष्टि कर दी। स्वजन ने बिना पोस्टमार्टम घर लाकर अंतिम संस्कार कर दिया। पति की मौत के बाद पत्नी कंचन, बेटे रीतेश और बेटी स्वेता का हाल बेहाल हो गया। रीतेश ने बताया कि बीमारी के चलते पिता कुछ कार्य नहीं कर पाते थे। घर पर ही रहते थे।