लापरवाही की भेंट चढ़ा ऐतिहासिक शिव मंदिर
संवाद सहयोगी, नरैनी : पुरातत्व विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये से ऐतिहासिक दुर्ग कालिंजर किले
संवाद सहयोगी, नरैनी : पुरातत्व विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये से ऐतिहासिक दुर्ग कालिंजर किले में स्थित शिव मंदिर लापरवाही की भेंट चढ़ गया है। यहां पिछले तीन दिन से शिवलिंग क्षतिग्रस्त है और विभाग के जिम्मेदार ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। इससे ग्रामीणों में गुस्सा पनप रहा है।
बीते दिवस जिले के उच्चाधिकारियों ने का¨लजर सरस मेला को सफल बनाने के लिए बैठक कर रणनीति बनाई थी। 22 नवंबर से शुरू होने वाले मेले को भव्य बनाने के लिए जिम्मेदारियां तय की गई थीं। नरैनी के संतोष, रामसनेही और लखन का आरोप है कि मेले को भव्य बनाने के लिए अधिकारी बैठक कर रहे हैं लेकिन कालिंदर दुर्ग और शिव मंदिर की बदहाली पर ध्यान नहीं दे रहे। उनका आरोप है कि तीन दिन से शिवलिंग क्षतिग्रस्त पड़ा है लेकिन कोई भी अधिकारी या कर्मचारी की उस पर नजर नहीं पड़ी। उन्होंने जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की है।
1111 शिवलिंग के पूजन के बराबर है मान्यता
मान्यता है कि कालिंजर दुर्ग स्थित मंदिर के शिवलिंग को एक बार प्रणाम करने पर 1111 शिवलिंग के पूजन का फल मिलता है। यह शिवलिंग चंदेलकाल का बताया जाता है। 10 वर्ष से पुरातत्व विभाग इसके संरक्षण का दावा कर रहा है।
ठीक से नहीं हो रहा रखरखाव
ग्रामीणों का आरोप है कि कालिंजर दुर्ग का ठीक से रखरखाव नहीं हो पा रहा है। अधिकारी यहां कभी बैठते नहीं सिर्फ एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात रहता है। साफ-सफाई के लिए संबद्ध सफाई कर्मी भी हमेशा गायब रहते हैं। समस्या मेरे संज्ञान में आई है। कल ही इसका निर्माण कार्य करा दिया जाएगा।
-सचिन कौशिक,अवर संरक्षक सहायक