जिले में हुए 44 लाख पौधरोपण की हकीकत खंगालेंगी टीमें
जागरण संवाददाता बांदा झमाझम बारिश के बीच रोपे गए 44 लाख से अधिक पौधे किस अवस्था में है
जागरण संवाददाता, बांदा : झमाझम बारिश के बीच रोपे गए 44 लाख से अधिक पौधे किस अवस्था में है, अब इसकी हकीकत खंगाली जा रही है। डीएम के निर्देश पर सत्यापन का काम शुरू हो गया है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट सत्यापन टीम में शामिल अधिकारियों को देनी होगी।
जिले में हरियाली बढ़ाने को इस वर्ष 44 लाख 53 हजार 250 पौधारोपण का लक्ष्य मिला था। इसमें 10 लाख 68 हजार अकेले वन विभाग का है। शेष 27 विभागों ने 23 लाख 85 हजार से अधिक पौध रोपित किए जाने का लक्ष्य पूरा करने का दावा किया है। चार जुलाई को पूरे प्रदेश में 25 करोड़ पौधरोपण के लक्ष्य को पूरा किया गया था। तब जिले को मिले लक्ष्य में करीब 80 फीसद पौधे रोपित किए गए थे। शेष 20 फीसद पूरी जुलाई में रोपे गए हैं। पौधारोपण का जियो टैग कराया जा रहा है। साथ ही सत्यापन भी शुरू हो गया है। जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह के निर्देश पर विभागों द्वारा पौधारोपण का सत्यापन पूरा किया जाना है। साथ ही इसकी रिपोर्ट भी जिलाधिकारी ने मांगी है।
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फर्जीवाड़ा करने वालों की बढ़ी धड़कनें
बांदा : शासन व प्रशासन की ओर से वन विभाग के साथ सभी अन्य विभागों को पौधारोपण का अलग-अलग लक्ष्य दिया गया था। पता चला है कि इसमें कई विभागों ने पिछले वर्ष के पौधों को तो कुछ ने फर्जी ढंग से पौधारोपण करने का दावा किया है। पिछले दिनों मृदा परीक्षण विभाग में सैकड़ों सूखे पौधे पड़े मिले थे। अब सत्यापन के बाद ऐसे विभागों की धड़कनें तेज हो गई हैं।
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रोपित पौधों का नहीं कोई रखवाला
बांदा : लक्ष्य पूरा करने के लिए सभी विभागों ने जिले में पौधारोपण तो करा दिया है। लेकिन अब इनका कोई रखवाला नहीं है। खासकर ग्राम पंचायतों व स्कूलों में किए गए पौधारोपण की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहां चहारदीवारी व सुरक्षा न होने के कारण रोपित पौधे बेसहारा गोवंशों का निवाला बन चुके हैं।
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-जिले में पौधारोपण का लक्ष्य जुलाई में पूरा कर लिया गया था। डीएम के निर्देश पर विभागों द्वारा पौधारोपण का सत्यापन कराया जा रहा है।
-संजय अग्रवाल, प्रभागीय वनाधिकारी, बांदा