प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाओं का टोटा, मरीज परेशान
संवाद सूत्र करतल बेहतर स्वास्थ्य सेवा का दावा ग्रामीण इलाकों में फेल नजर आ रहा है। कहने
संवाद सूत्र, करतल : बेहतर स्वास्थ्य सेवा का दावा ग्रामीण इलाकों में फेल नजर आ रहा है। कहने को पीएचसी की सुविधा जरूर कागजों में दर्ज है पर स्वास्थ्य सेवा लचर है। करतल पीएचसी का हाल यह है कि यहां पर महीनों से दवाएं तक ही नहीं है। नतीजा, इलाज की दरकार में पहुंचने वाले लौटने को मजबूर होते हैं। निजी चिकित्सक से दिखाना मजबूरी है। यह हाल तब है जब दवाओं की कमी को लेकर नरैनी सीएचसी से पत्राचार भी किया गया पर आपूर्ति नहीं हुई है।
करतल प्रदेश का सीमावर्ती इलाका है। यहां के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से कस्बा सहित आसपास के कई गांवों के बाशिदों को इलाज की सुविधा मिलती है। इस समय यहां दवाएं ही नहीं हैं। ऐसे में मरीजों को वापस लौटना पड़ता है। चिकित्साधिकारी कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि महीनों से औषधि संग्रहालय में दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इस बात की जानकारी सीएचसी नरैनी को दे दी गई थी। लेकिन अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। मजबूरी में मरीज वापस हो रहे हैं। फार्मासिस्ट संदीप दुबे, वार्ड ब्वाय रतीराम ने भी दवाओं की कमी की समस्या बताई। कस्बे के जावेद खान, मइयादीन, राजू आदि ने बताया कि इलाज के लिए पहुंचते जरूर हैं, पर दवाएं नहीं होने से बैरंग लौटना पड़ता है।