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बांदा में यातायात नियमों को पालन कराने में संसाधनों का टोटा

जागरण संवाददाता बांदा यातायात नियमों का पालन कराने और नियमों के उल्लंघन रोकने के लिए य

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 11:03 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 11:03 PM (IST)
बांदा में यातायात नियमों को पालन कराने में संसाधनों का टोटा
बांदा में यातायात नियमों को पालन कराने में संसाधनों का टोटा

जागरण संवाददाता, बांदा: यातायात नियमों का पालन कराने और नियमों के उल्लंघन रोकने के लिए यातायात विभाग के पास वर्तमान समय में संसाधनों का टोटा भी एक बड़ा कारण है। शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू कराने के लिए यातायात विभाग को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिससे आए दिन वाहन चालक यातायात नियमों के प्रति जागरूक न होने कि वजह से समस्या और गहरा जाती है। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के मामले में शहरवासी अपनी शान समझते है। यातायात नियमों के पालन के लिए तमाम जागरूकता अभियान के बावजूद लोगों में ट्रैफिक सेंस की कमी है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद लोग दिनभर यातायात नियमों का उल्लंघन करते देखे जा सकते हैं। यातायात नियमों की अनदेखी सड़क हादसों कि मुख्य वजह बनती है।

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संसाधनों का टोटा: परिवहन विभाग के पास संसाधनों कि भारी मात्रा में कमी है, अभी तक ब्रेथ ऐनलाइजर नहीं उपलब्ध है। जिससे वाहन चालकों कि जांच कि जा सके कि वह शराब के नशे में है कि नहीं। जिससे वाहन चालक आसानी से बच कर निकल जाते है। दूसरी ओर स्पीडो मीटर एवं अन्य जांच उपकरणों की अभी तक व्यवस्था नहीं हो पाई है। जिससे वाहन चालक मनमर्जी तरीकों से वाहन दौड़ाते नजर आ जाते है।

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मैन पावर की कभी से भी जूझता विभाग : यातायात विभाग के पास वर्तमान समय में 15 ट्रैफिक सिपाहियों के भरोसे ही शहर कि यातायात व्यवस्था चल रही है। जिसमे से एक टीएसआइ एवं एक यातायात प्रभारी के जिम्मे ही पूरी यातायात व्यवस्था इन्ही के ऊपर रहती है। जबकि शहर में 20 से अधिक चौराहे है, जहां यातायात व्यवस्था को संभालना मुश्किल सा हो जाता है।

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चौराहों पर लगे सीसी टीवी कैमरे हुए खराब: शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे सीसी टीवी कैमरे खराब हो चुके है। जिसकी वजह से तेज रफ्तार में निकले वाहनों कि पहचान कर पाना मुश्किल हो जाता है। आए दिन शहर के चौराहों पर वाहन दुर्घटनाएं होती रहती है, लेकिन बंद पड़े कैमरों कि वजह से ऐसे हादसों को दुबारा नहीं देखा जा सकता है, जिससे यह पता चल सके कि वाहन दुर्घटना होने कि मुख्य वजह क्या थी।

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कालूकुआं चौराहे पर होती नियमों कि अनदेखी: शहर का सबसे व्यस्त चौराहों में से एक कालूकुआं चौराहे पर लोग मनमर्जी से वाहन लेकर गुजरते है। न ही इस चौराहे पर कोई यातायात नियमों का पालन करता दिखाई पड़ता है। न ही यहां कोई ट्रैफिक सिग्नल मौजूद है जिससे वाहन चालक अपनी गति को धीमी कर सके। जिसकी वजह से आए दिन लोग घंटो जाम में खड़े दिखाई देते है।

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बोले जिम्मेदार

शहर में नशे में होने पर वाहन चालकों कि जांच के लिए ब्रेथ सेलाइजर उपकरण मौजूद है। समय-समय पर अभियान चलाकर चालकों कि जांच कि जाती है। यातायात व्यवस्था को सु²ण करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। जो यातायात नियमों कि अनदेखी करते पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कि जाएगी। -मधुसूदन शुक्ला, यातायात प्रभारी


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