बांदा में प्रधान प्रबंधक और प्रिंसपल को नियंत्रित मिली बस की गति
जागरण संवाददाता बांदा परिवहन निगम के एमडी धीरज साहू लखनऊ के निर्देश पर प्रधान प्रबंधक क
जागरण संवाददाता, बांदा : परिवहन निगम के एमडी धीरज साहू लखनऊ के निर्देश पर प्रधान प्रबंधक कानपुर व चालक ट्रेनिग सेंटर के प्रिसपल शनिवार को हादसा स्थल जमालपुर पहुंचे। वहां उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त पड़े टेंपो व कोतवाली में खड़ी बस का निरीक्षण किया। दोनों अधिकारियों को वीटीएस में बस की स्पीड कानपुर से लेकर हादसा होने तक संतुलित मिली है। वहां कीफोटो ग्राफी कराई। जहां अधिकारियों को 50 मीटर तक पेट्रोल पंप के पास बस का पहिया सड़क में रगड़ने के निशान मिले हैं। उन्होंने ब्लैक स्पॉट पेट्रोल पंप के पास किसी ब्रेकर का न होना भी हादसे होने की संभावना माना है। वीटीएस मशीन की जांच में बस की स्पीड कानपुर से लेकर हादसा स्थल तक की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटे से ऊपर नहीं मिली। हादसे की जगह बस की स्पीड महज 52 किलोमीटर प्रति घंटा होना पाई गई। हादसे के समय बस के गलत दिशा में मिलने को उन्होंने अचानक वाहन सामने आने को माना। प्रधान प्रबंधक व प्रिसपल ने कहा की 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड सामान्य मानी जाती है। चालक अजय बाबू तिवारी का रिकार्ड विभाग में पूर्व में सही पाया गया है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट तैयार की है। जिससे एमडी के पास लखनऊ वह प्रेषित करेंगे।
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चालक के दर्ज किए बयान
- परिवहन निगम के दोनों अधिकारियों ने पुलिस कस्टडी में मौजूद बस के संविदा चालक अजयबाबू तिवारी के लिखित बयान दर्ज किए हैं। जिसमें चालक ने बताया कि आटो अचानक सामने आ गया। उसे बचाने के लिए पूरी बस दाहिने कर दी थी। लेकिन आटो फिर उसी दिशा में आ गया। इससे बस निकलने की जगह नहीं मिली और एक्सीडेंट हो गया है।
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13 बिदुओं पर की जांच, ज्यादा दिलाने के निर्देश
- प्रधान प्रबंधक व प्रिसपल ने बताया कि हादसा स्थल जांचने के साथ एआरएम परमानंद को बसों की 13 बिदुओं की चेकिग गंभीरता से कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिसमें बस डिपो से रवाना होते समय फोरमैन व चेकिग दल ब्रेक, हेडलाइट,सीट, वाइपर आदि सभी 13 बिदुओं को चेक करते हैं। इसके बाद ही बसें यात्रियों को लेकर रवाना होती हैं। इसके अलावा चालकों के प्रतिमाह प्रशिक्षण ज्यादा से ज्यादा दिलाने पर जोर दिया गया है।