एंबुलेंस हड़ताल से तड़प रहे मरीज, अस्पताल पहुंचने में हुई देर
केस एक - शहर कोतवाली क्षेत्र के अवंति नगर निवासी 42 वर्षीय रामबहोरी शाम को कच्चे मकान की
केस एक - शहर कोतवाली क्षेत्र के अवंति नगर निवासी 42 वर्षीय रामबहोरी शाम को कच्चे मकान की अटारी से नीचे गिरकर घायल हो गया। पड़ोसी एंबलेंस को फोन करने का प्रयास करते रहे। फोन न लगने पर निजी साधन लोडर का इंतजाम किया। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से अस्पताल जाने तक उसे प्राथमिक उपचार नहीं मिल पाया।
केस दो - मटौंध कस्बे के बनिया खोड़ निवासी रामनरेश ने बताया कि बहू विमला को प्रसव पीड़ा हो रही थी। एंबुलेंस को फोन किया। इसमें काफी देर तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे। लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। चार बार फोन किया। थकहार कर 15 सौ रुपये में कार बुक कर प्रसूता को अस्पताल लाए हैं।
जागरण संवाददाता, बांदा :
बांदा : एंबुलेंस कर्मचारी संघ की हड़ताल को लेकर मरीज चौथे दिन भी परेशान रहे हैं। टेंपो ई रिक्शा व अन्य भाड़े के साधनों से अस्पताल पहुंचे हैं। सभी मरीजों को सरकारी एंबुलेंस की सुविधाएं नहीं मिल सकी हैं। जबकि संघ के पदाधिकारियों से 13 एंबुलेंस बुधवार तक अधिकारी ले चुके थे। इसके बाद भी वह अपने मांगों को लेकर आंदोलन पर रहे हैं। हालांकि अधिकारी पूरे दिन उनके ऊपर दबाव बनाकर हड़ताल समाप्त कराने का प्रयास करते रहे हैं।
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हड़ताल को लेकर प्रशासन सख्त, कब्जे में लीं सभी एंबुलेंस
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- छह पदाधिकारी दिनभर रहे हिरासत में, मुचलके में शाम को छोड़ा
- एएसमा के तहत मुकदमा दर्ज करने के आदेश, तैनात रही पुलिस
जागरण संवाददाता, बांदा : एंबुलेंस 108 व 102 के कर्मी जहां अपने संघ के बैनर तले चार दिन से हड़ताल पर हैं। वहीं प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए सभी एंबुलेंस मेडिकल कालेज में खड़ी करा दी। छह पदाधिकारियों को हिरासत में लिया गया। उनके विरुद्ध एएसमा के तहत मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
एंबुलेंस कर्मचारी संघ की हड़ताल व उनके सभी वाहनों की चाबी देने से मना करने पर गुरुवार को डीएम के निर्देश पर धरना स्थल भूरागढ़ त्रिवेणी तिराहे के पास शहर कोतवाली व मटौंध थाने का भारी पुलिस बल लगा रहा। सीओ सिटी राकेश कुमार व सीओ सदर सत्यप्रकाश शर्मा भी मौके पर रहे। अधिकारियों ने संघ के जिलाध्यक्ष जयेंद्र को फोन में बात कर डीएम कार्यालय में बुलाया। इसमें जिलाध्यक्ष, महामंत्री बलबीर, मंत्री अखिलेश, कोषाध्यक्ष अखिलेश कुमार, अमित व ब्लाक अध्यक्ष दिनेश कुमार डीएम कार्यालय पहुंचे। वहां डीएम ने सभी को समझाने का पहले प्रयास किया। जिसमें पदाधिकारियों ने कहा कि वह अपने हक की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सभी एंबुलेंस हैंडओवर करने को कहा गया। जिसमें पदाधिकारियों ने हड़ताल जारी रखने की बात कही। इसमें डीएम ने सभी को हिरासत में लेने के निर्देश दिए। तुरंत दो दारोगा व सिपाहियों ने उन्हें अपनी कस्टडी में ले लिया। प्रशासन ने दबाव बनाते हुए सभी एंबुलेंस को अलग से चालकों को भेजकर मेडिकल कालेज में खड़ी करा दी। कोतवाली निरीक्षक ने बताया कि अधिकारियों के आदेश पर वार्ता को बुलाए गए सभी छह पदाधिकारियों के विरुद्ध एएसमां के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। उन्हें मुचलके में छोड़ा गया है। सिटी मजिस्ट्रेट केशवनाथ ने बताया कि किसी भी मरीज को परेशानी नहीं होनी दी जाएगी। एएसमां लागू है। अपातकालीन सेवाएं बाधित करना गलत है। उन्हें समझाकर मांग लिखकर देने के लिए कहा गया है।
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आरटीओ के यहां से दिए गए 48 चालक
- प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर आरटीओ की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में 48 चालक उपलब्ध कराए गए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि चालकों की कमी नहीं होगी। वहीं 18 एंबुलेंस के 72 कर्मियों ने भी अपने को हड़ताल से अलग कर लिया है।