पुरानी तहसील के हैंडपंप व आरओ खराब, आक्रोश
संवाद सहयोगी अतर्रा एक तरफ शासन-प्रशासन सभी को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है तो
संवाद सहयोगी अतर्रा : एक तरफ शासन-प्रशासन सभी को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है, तो वहीं दूसरी ओर पुरानी तहसील परिसर में लगे हैंडपंपों सहित लाखों रुपये का आरओ प्लांट शोपीस बना है। अधिवक्ताओं सहित आने वाले वादकारी बूंद-बूंद पानी को तरसते हैं। संघ ने खराब पड़े आरओ सहित हैंडपंपों को शीघ्र बनवाने के लिए कई बार पालिका ईओ सहित उपजिलाधिकारी अतर्रा से मांग किया है। लेकिन हालत जस की तस बनी है। अव्यवस्था के लेकर अधिवक्ताओ में आक्रोश व्याप्त है।
मंडी परिसर स्थित पुरानी तहसील व जजी परिसर में वर्ष 2017 में नगर पालिका के तत्कालीन अध्यक्ष पुष्पा जाटव ने स्वच्छ व शीतल पेयजलापूर्ति के लिए पांच लाख रुपये की लागत से आरओ प्लांट लगवाया था। जो कि बीते दो वर्ष से ़खराब पड़ा हुआ है। साथ ही परिसर में मंडी परिषद की ओर से चार हैंडपंप भी लगवाए गए थे। इन चारों हैंडपंपों में केवल एक हैंडपंप से ही पानी ही निकलता है। इसमें भी खारा पानी होने के चलते पीने योग्य नहीं है। बाकी तीन हैडपंप खराब हैं। इन खराब हैंडपंपों सहित आरओ प्लांट को सही कराने के लिए अधिवक्ताओ ने कई बार लिखित शिकायत पालिका ईओ व उपजिलाधिकारी अतर्रा से की है। लेकिन भीषण गर्मी की शुरुआत होने के बावजूद अभी तक पालिका द्वारा आरओ सिस्टम व मंडी समिति द्वारा हैंडपंप सही न कराए गए हैं। अधिवक्ता संघ महासचिव बृजमोहन सिंह राठौर व कनिष्ठ उपाध्यक्ष विनय मिश्रा ने बताया कि परिसर में सिविल न्यायालय, निबंधन कार्यालय सहित चकबंदी विभाग होने के कारण यहां हजारों वादकारीयो का प्रतिदिन आवागमन बना रहता है। इस भीषण गर्मी में अधिवक्ताओं सहित वादकारी बाहर से पानी खरीदकर प्यास बुझाने को मजबूर हैं।