नोटा चौथा उम्मीदवार, छोटे दल और निर्दलीय पर भारी
संवाद सहयोगी बांदा बांदा चित्रकूट लोकसभा सीट पर अबकी आठ उम्मीदवारों के बीच नोट चौथे नंब
संवाद सहयोगी, बांदा: बांदा चित्रकूट लोकसभा सीट पर अबकी आठ उम्मीदवारों के बीच नोट चौथे नंबर पर आया। उसने निर्दलीय ही नहीं छोटे दलों को पछाड़ दिया। दोनों जिलों में 19 हजार से अधिक मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को पसंद नहीं किया। वर्ष 2014 में 13654 के आंकड़े से भी आगे रहा। इससे साफ जाहिर है कि कुछ मतदाताओं के मन में हर किसी के प्रति टीस रही।
लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी, सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस जैसे प्रमुख दलों के साथ चार छोटे दलों संग एक निर्दलीय उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाने जनता के बीच पहुंचे थे। इनमें तीन दलों को छोड़ कर सबसे ज्यादा 19 हजार वोट नोटा को मिला। पांच विधानसभा क्षेत्रों मानिकपुर, चित्रकूट सदर, बबेरू, बांदा सदर, नरैनी के साथ हमीरपुर-महोबा लोकसभा सीट की तिदवारी विधानसभा सीट पर भी उसका असर दिखाई पड़ा।
वोटिग से पहले जिले में मतदाताओं को लुभाने के लिए 90 प्लस का अभियान चलाया गया था। इसमें हर व्यक्ति को वोट देने के लिए प्रेरित किया गया था। इसमें वोट फीसद तो बढ़ा ही साथ ही किसी भी उम्मीदवार को पसंद न करने वालों की संख्या भी बढ़ी। अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह ने बताया कि नोटा में मत देने वालों की संख्या में इजाफा जरूर हुआ है, लेकिन दलगत उम्मीदवारों को वोट देने में भी इस बार बांदा-चित्रकूट के लोगों ने रिकार्ड तोड़ दिया। इससे लोकतंत्र के प्रति आस्था साफ दिखाई पड़ी। हर चक्र में बढ़ता गया नोटा का ग्राफ
बांदा-चित्रकूट संसदीय सीट पर हर चक्र की मतगणना में नोटा का खाता बढ़ता गया। चौथा चक्र आते-आते नोटा ने छोटे दलों को क्रास करते हुए 3510 का आंकड़ा छू लिया। अंतिम चरण से पहले तक नोटा में पड़े मतों की संख्या 19214 मत पर पहुंच गई।
विधानसभा वार नोटा को मिले मत
बबेरू : 3,995
नरैनी : 4,770
बांदा सदर : 3,017
चित्रकूट सदर : 3,715
मानिकपुर : 3,751
डाक मत : 02 नोटा से कम मत पाने वाले उम्मीदवार
छोटे लाल-प्रसपा : 12,747
महेंद्र-सीपीआई : 10,349
सिराज-अंबेडकर पार्टी : 7,873
मीरा देवी-स्वतंत्र जनता राज पार्टी : 6,545
राम प्रताप-निर्दलीय : 5,433