बोरों का अभाव तो कहीं नेटवर्क बना धान खरीद में बाधा
जागरण संवाददाता बांदा चित्रकूटधाम मंडल में धान खरीद शुरू हुए दो माह बीत गए। मगर अभी तक व्
जागरण संवाददाता, बांदा : चित्रकूटधाम मंडल में धान खरीद शुरू हुए दो माह बीत गए। मगर अभी तक व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पाई। किसानों को अपना धान बेचने के लिए 20-20 दिनों तक केंद्रों के चक्कर लगाना पड़ रहा है। केंद्र प्रभारी कहीं बोरे तो कहीं मशीन काम न करने का बहाना बताकर उन्हें सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे सोने पर मजबूर कर रहे हैं।
अन्नदाता पहले उपज तैयार करने में खून-पसीना बहाता रहा। खाद के लिए लंबी लाइनों में लगे रहे। बेसहारा गोवंशी पशुओं से फसल बचाने के लिए रात-रात भर जागता रहा। अब फसल तैयार हुई और बेचने की बारी आई तो लुटना पड रहा है। मंडल में करीब 70 खरीद केंद्र खोले गए हैं, पर कहीं बोरे नहीं हैं तो कहीं मशीन काम नहीं कर रही है। इसके अलावा शासन के निर्देश पर टोकन व्यवस्था शुरू की गई है। किसान टोकन ले लेते हैं, लेकिन निर्धारित समय में धान न बिक पाने पर उनका टोकन निरस्त हो जाता है। साथ ही वेबसाइट न चलने से किसान टोकन नहीं बनवा पा रहे हैं। मंडी परिषद बांदा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में खुले धान खरीद केंद्रों में किसान 20 दिनों से डेरा डाले हैं। उनके धान का तौल का नंबर नहीं आ रहा है। किसानों का कहना है कि एक-एक ट्रैक्टर-ट्राली का भाड़ा 15-20 हजार रुपये हो गया है। जबकि धान जो बेचना है वह 50 से 60 हजार रुपये का ही है। ऐसे में वह क्या करें, कुछ नहीं समझ आ रहा है।
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बोले किसान :
-बाघा मंडी में 17 दिसंबर को धान लेकर आए थे। टोकन मिला था, उसमें 17 दिसंबर को धान तौला जाना था, लेकिन अभी तक नहीं तौल हो पाई। जबकि उनका करीब 12 हजार रुपये ट्रैक्टर का भाड़ा हो गया है।-
-किसान अरुण कांत द्विवेदी, ओरन
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-ट्रैक्टर ट्राली में करीब 50 क्विटल धान लेकर 18 दिन पहले बिसंडा मंडी में आए थे। टोकन जो मिला था वह निरस्त हो गया है। दूसरा टोकन नहीं बन पा रहा है। भाडा में करीब 16 हजार रुपये खर्च हो चुके हैं। जबकि धान महज 85 हजार का है।
-किसान किशन सिंह, तेंदुरा (बिसंडा)
---------------------------- करतल में खत्म हुईं बोरियां, बिसंडा क्षेत्र में नहीं मिल पा रहे टोकन
संवाद सहयोगी, नरैनी : नरैनी तहसील के करतल कस्बे में पीसीएफ धान खरीद केंद्र में व्यापारियों के धान की खरीद हो रही है। किसान सुबह आते हैं और दिन भर बैठे रहते हैं। शाम को बैरंग लौट जाते हैं। आनलाइन टोकन होने के बाद भी किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है। धान खरीद करने में बोरो की कमी बताकर किसानों का धान नही लिया जा रहा है। जबकि चुपचाप व्यापारियों का धान खरीदा रहा है।
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टोकन न मिलने से किसानों की बढ़ी परेशानियां
संसू,ओरन : बाघा, बिसंडा व बदौसा में खुले धान खरीद केंद्रों में धांधली की जा रही है। किसान अपनी धान की फसल को बेचने के लिए इस भीषण सर्दी में माह भर से ज्यादा समय से यहां पडा है। किसानों में जिले के शीर्ष अधिकारियों के प्रति नाराजगी है। किसानों का कहना है कि आनलाइन टोकन दिया जा रहा है। साइड न चलने से टोकन नहीं ले पा रहे हैं। जिन्हें टोकन मिला है, उनका भी धान नहीं खरीदा जा रहा है।
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-धान खरीद में अव्यवस्थाओं को लेकर लगातार निरीक्षण व कार्रवाई की जा रही है। जहां भी लापरवाही मिलती है, वहां चेतावनी व कार्रवाई की जाती है।
-संजीव कुमार, क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक, चित्रकूटधाम मंडल
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- पीसीएफ केंद्र करतल की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। उप जिलाधिकारी ने किसानों की ओर से की गई शिकायतों से अवगत कराया है। मंगलवार को वह मौके पर पहुंचकर बारीकी से जांच करेंगे। किसानों की शिकायतें सहीं मिलीं तो केंद्र प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी।
पुष्पेंद्र कुशवाहा, क्षेत्रीय प्रबंधक, पीसीएफ