फास्ट फूड व साफ्ट ड्रिक की अंधी दौड़ में बिगड़ रहा स्वास्थ्य
जागरण संवाददाता बांदा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के तत्वावधान में वूमेन डाक्टर्स विग अ
जागरण संवाददाता, बांदा : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के तत्वावधान में वूमेन डाक्टर्स विग और मिशन पिक हेल्थ द्वारा एक स्कूल में एनीमिया इन एडोलिसेंट गर्ल्स पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जांच के दौरान संपन्न घरों की बच्चियों में भी खून की कमी निकली। शार्ट फिल्म के जरिए पर्व पर लौह धातु पर राशि व्यय करने का संदेश दिया गया, जिससे एनीमिया मुक्त रह सकें।
विद्यावती निगम मेमोरियल पब्लिक स्कूल में आयोजित सेमिनार में वूमेन डाक्टर्स विग की अध्यक्ष डा. शबाना रफीक ने लड़कियों में होने वाले एनीमिया (खून की कमी) के कारण लक्षण और उसके निदान पर आडियो विजुअल प्रजेंटेशन के द्वारा विस्तृत जानकारी दी। बताया कि संतुलित आहार को छोड़कर आज का युवा फास्ट फूड साफ्ट ड्रिक्स की अंधी दौड़ में शामिल है, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया है।
समस्या व निवारण की दी जाएगी जानकारी
सेमिनार के दौरान करीब सौ लड़कियों का हीमोग्लोबिन, लंबाई और वजन की जांच हुई, अधिकतर का हीमोग्लोबिन 12 ग्राम से कम निकला। कहा गया कि यह बहुत ही निराशाजनक बात है कि संपन्न घरों के बच्चों का भी हीमोग्लोबिन कम है और उन्हें एनीमिया है। सचिव डा. मोनिका सक्सेना ने बताया कि लड़कियों में गिरते हुए स्वास्थ्य को देखकर ही भारत सरकार ने मिशन पिक हेल्थ शुरू किया है। जिसके द्वारा बच्चों को खून की कमी के विषय में बताया जाएगा और किस प्रकार वह इस समस्या का निवारण करें उसके विषय में भी बताया जाएगा।
बेटियां भी रखें मां का ध्यान
डा. कंचन सिंह ने मां बेटी के रिश्ते पर एक भावनात्मक संदेश दिया। कहा कि मां घर के सभी सदस्यों का ख्याल रखती है, उनके भोजन और स्वास्थ्य की चिता करती है पर अक्सर वह उपेक्षित रह जाती है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि अपने साथ अपने मां के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें।