स्वास्थ्य विभाग की 'तत्परता', निधन के बाद भी वैक्सीन की दूसरी डोज
जागरण संवाददाता बांदा जिले में कोरोना महामारी को लेकर टीकाकरण अभियान तेजी से चल र
जागरण संवाददाता, बांदा : जिले में कोरोना महामारी को लेकर टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है। टीकाकरण का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। रिकार्ड बनने के दावे हो रहे हैं। इन सबके बीच एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है कि टीकाकरण में स्वास्थ्य विभाग की तत्परता दिवंगत हो चुके लोगों को भी कोरोना वैक्सीन की डोज लगाने में भी दिख रही है। मार्च में पहली डोज लगवाने के बाद जिस महिला का एक माह बाद अप्रैल में निधन हो गया, उसको भी दूसरी डोज लगा दिया गया। दो पहले रजिस्टर्ड मोबाइल पर मैसेज आया तो स्वजन चौंक गए। इस मामले के बाद आंकड़े बढ़ाने के लिए वैक्सीनेशन में खेल करने के आरोपों में स्वास्थ्य विभाग घिर गया है। सीएमओ डा. एनडी शर्मा ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराकर पता लगाया जाएगा कि यह गलती किस स्तर से हुई है।
शहर की सर्वोदय नगर निवासी 81 वर्षीय शांति निगम को 22 मार्च को कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज जिला अस्पताल में लगाई गई थी। इसके बाद 27 अप्रैल को हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हो गया। दो माह बाद 23 जून की शाम उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मैसेज आया, जिसे पढ़कर स्वजन भी हैरान हो गए। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को देखकर माथा पकड़ लिया। मैसेज में दूसरी डोज लगाए जाने की पुष्टि की गई थी। इसके साथ ही आनलाइन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर लेने का लिक भी था। सर्टिफिकेट के अनुसार शांति निगम को जिला अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मी अंजुम निशा ने दूसरी डोज लगाई है। कोविशील्ड का बैच नंबर 4121097 है। सीएमओ एनडी शर्मा ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। पोर्टल पर गलत फीडिग कैसे हुई, यह पता लगाकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।