एनपीएस कटौती की रकम एनएसडीएल को नहीं भेजने से शिक्षकों में रोष
जागरण संवाददाता बांदा शिक्षकों की धनराशि विभाग ने काटने के बावजूद संबंधित एजेंसी को नह
जागरण संवाददाता, बांदा : शिक्षकों की धनराशि विभाग ने काटने के बावजूद संबंधित एजेंसी को नहीं भेजी, कई करोड़ रुपये दो वर्ष से कोषागार में डंप हैं। शिक्षक पदाधिकारियों ने बैठक कर डीएम को पत्र दिया है। कहा कि 20 तक निस्तारण न होने पर वह 21 अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन करेंगे। नई पेंशन से आच्छादित प्रधानाचार्य, शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन से एनपीएस की काटी गई करोड़ों रुपये की धनराशि कोषागार में पड़ी है। पेंशन देने वाली संस्था एनएसडीएल को कर्मचारी व सरकार की धनराशि 2 वर्षो से नहीं भेजी जा रही। इससे शिक्षकों में रोष है।
जनपदीय समस्याओं को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुरई गुट के पदाधिकारियों ने बैठक की। उन्होंने विभिन्न विद्यालयों के लंबित देय चयन वेतनमान प्रोन्नत वेतन, अवशेष वेतन, एसीपी के अवशेष देयक बिल, सामूहिक बीमा की वापसी का निस्तारण न होने पर आक्रोश जताया। पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर 21 अक्टूबर को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में धरना-प्रदर्शन की बात कही है। कहा कि 20 अक्टूबर तक समस्या का निस्तारण न होने पर वह आंदोलन को बाध्य होंगे। संघ के जिलाध्यक्ष गणेश पटेल व महामंत्री मोहम्मद बाकर ने बताया कि मार्च 2020 से एरियर का भुगतान नहीं हो पा रहा है। चयन बोर्ड से चयनित नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान की मांग सर्वोच्च प्राथमिकता में है। संघ के अध्यक्ष गणेश पटेल ने सभी प्रधानाचार्य व शिक्षकों से अनुरोध किया है कि वह 21 अक्टूबर को डीआइओएस कार्यालय में मौजूद रहकर ज्ञापन सौंपते समय सहभागिता करें।