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मुंबई से लौट रहे प्रवासी, कोरोना गाइड लाइन तार-तार

केस एक - बिसंडा कस्बे के ग्राम पारा निवासी बालकुमार मुंबई में रहकर सिलाई का काम करते

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Apr 2021 04:37 PM (IST)Updated: Mon, 26 Apr 2021 04:37 PM (IST)
मुंबई से लौट रहे प्रवासी, कोरोना गाइड लाइन तार-तार
मुंबई से लौट रहे प्रवासी, कोरोना गाइड लाइन तार-तार

केस एक - बिसंडा कस्बे के ग्राम पारा निवासी बालकुमार मुंबई में रहकर सिलाई का काम करते हैं। ट्रेन से रात में स्टेशन आने के बाद उसने बताया कि काम-धंधा कई दिनों से बंद चल रहा है। संक्रमण को लेकर इस बार स्थिति पिछली बार से ज्यादा बिगड़ी है। ऐसा ही रहा तो आगे चलकर पेट भरना मुश्किल हो जाएगा। इसी डर से वह अपने घर लौट रहे हैं।

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केस दो - पारा गांव के अवधेश पाल भी मुंबई में रहकर सिलाई करते हैं। उनका कहना है कि संक्रमण को लेकर वहां लोग डरे हुए हैं। घर से जल्दी बाहर निकलने को नहीं मिल रहा है। साधन बंद होने से जो जहां है। पिछली बार की तरह फंसकर रह जाएगा। मीलों पैदल चलने से अच्छा था कि पहले से सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएं। जिसके चलते वह घर लौट आए हैं।

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जागरण संवाददाता, बांदा : मुंबई में कोरोना संक्रमण बहुत ज्यादा फैला है। रोजी-रोजगार ज्यादातर बंद हो गए हैं। साप्ताहिक बंदी के साथ धारा 144 लगी है। इससे घर के बाहर निकलने को नहीं मिल रहा है। खाने के लाले न पड़ जाएं यह सोचकर वहां लोग घबरा रहे हैं। सामानों की गठरी बांधकर प्रवासी घरों को लौट रहे हैं। स्टेशन में किसी मेले की तरह की स्थिति बनी है। इससे कोरोना से बचाव की गाइड लाइन तार-तार होती दिख रही है।

रविवार रात 11:50 बजे मुंबई से गोरखपुर जाने वाली ट्रेन बांदा स्टेशन आई तो भीड़ का रेला दिखाई दिया। मानों किसी बड़े मेले के आयोजन में शामिल होने लोग जा रहे हैं। किसी बोगी के प्रवासी लंबी लाइन में लगकर नीचे उतरे तो अन्य कई जगह भीड़ का मंजर दिखाई दिया। शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़तीं नजर आईं। प्रवासियों के मुंह से मुंबई के हालात सुने तो रोंगटे खड़े हो गए। उनका कहना है कि वह अपना सामान तक पूरा साथ नहीं ला पाए हैं। घर पहुंचने की जल्दी थी। इससे जो हाथ लगा और जरुरी था वहीं साथ लेकर आए हैं। इसी तरह सोमवार सुबह 4:30 पर मुंबई से तुलसी एक्सप्रेस बांदा स्टेशन आई तो खासी भीड़ नजर आई। सैकड़ों प्रवासी ट्रेन से नीचे उतरे हैं।

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- कोरोना संक्रमण को लेकर स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। शाम को 4:55 पर मुंबई से दूसरी स्पेशल ट्रेन बांदा आएगी। यहां से कानपुर होकर वह गोरखपुर जाएगी। इसी तरह गोरखपुर से शाम पांच बजे एक ट्रेन बांदा होकर मुंबई जाएगी।

- एसके कुशवाहा स्टेशन प्रबंधक

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चिकित्सीय टीम करती रही जांच व स्क्रीनिग

- ट्रेनों से आ रहे प्रवासियों व अन्य यात्रियों की जांच के लिए टीम लीडर डॉ.एमडी शरीफ, लैब टेक्निशियन राममूरत, तुफैल अहमद,रामबाबू डटे रहे। खुद को संक्रमण से बचाते पूरी टीम यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग व एंटीजन जांच करती रही। हालांकि यात्रियों की संख्या ज्यादा थी। उनके नाम, पते भी नोट किए गए हैं। भीड़ के आगे आरपीएफ व जीआरपी कर्मियों की संख्या काफी कम नजर आई। कुछ जीआरपी कर्मियों ने शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने व सुरक्षा बिदुंओं की ओर ध्यान नहीं दिया। वह आपस में गप्पे करते रहे। ट्रेन आने के बाद भी प्लेटफार्म में वह सक्रिय नजर नहीं आए।

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वाहन चालकों ने मनमाफिक किराया वसूला

- स्टेशन के बाहर वाहनों की संख्या भी ज्यादा रही। आटो, कैंपर, बोलेरो से पूरा परिसर भरा रहा। भाड़े के वाहन चलाने वालों ने हजारों रुपये चंद कदम की दूरी का किराया लोगों से वसूल किया। लोगों के निजी वाहन भी उन्हें आए थे।

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झांसी पैसेंजर अगले आदेशों तक निरस्त

साप्ताहिक बंदी में दो दिन के लिए झांसी-मानिकपुर पैसेंजर व कानपुर मेमों बंद कर दी गई थीं। साप्ताहिक बंदी के बाद ट्रेनों का संचालन किया जाना था। लेकिन देररात रेलवे के अधिकारियों ने नए निर्देश जारी किए हैं कि अगले आदेशों तक के लिए झांसी पैसेंजर निरस्त की जा रही है।


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