Move to Jagran APP

करोड़ों रुपये खर्च के बाद भी ग्रामीणों को हलक तक नहीं पहुंच पा रहा पानी

संवाद सहयोगी, पैलानी : तहसील क्षेत्र में डेढ़ दर्जन पेयजल टंकियां शोपीस बनकर सफेद हाथी साबित

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 10:42 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 10:42 PM (IST)
करोड़ों रुपये खर्च के बाद भी ग्रामीणों को हलक तक नहीं पहुंच पा रहा पानी
करोड़ों रुपये खर्च के बाद भी ग्रामीणों को हलक तक नहीं पहुंच पा रहा पानी

संवाद सहयोगी, पैलानी : तहसील क्षेत्र में डेढ़ दर्जन पेयजल टंकियां शोपीस बनकर सफेद हाथी साबित हो रही है। ग्रामीणों की मांग के बावजूद विभाग बेखबर है।

loksabha election banner

तहसील क्षेत्र में 19 पेयजल टंकियां व सांड़ी गांव में एक निर्माणाधीन टंकी जल निगम द्वारा संचालित है। पंचायती राज विभाग से ग्राम पंचायतों को हस्तगत 6 पेयजल टंकियां व जल निगम द्वारा जल संस्थान को सौंपी गई 5 पेयजल टंकियों की जलापूर्ति की बात कागजों में की जा रही है। जल निगम द्वारा संचालित कानाखेड़ा क्षेत्र में 4 टंकी से ही पेयजल सप्लाई हो रहा है। ग्रामीण उपभोक्ताओं की माने तो पेयजल सप्लाई कागजों तक ही सिमटी हैं। मौके पर हालत उलट हैं। जल संस्थान द्वारा जसपुरा क्षेत्र में 8 टंकियों में से 4, खप्टिहाकला क्षेत्र में 13 में 8 पेयजल टंकियां उपभोक्ताओं को पानी दे रही हैं। ग्राम पंचायत द्वारा संचालित पेयजल टंकियों की बात की जाए तो ग्राम अलोना, खेरई, डांड़ामऊ, बड़ा गांव सहित 13 गांवों में एक दशक से पेयजल टंकियां सफेद हाथी बनी खड़ी है। बड़ागांव के पप्पू चौहान, ¨सधनकला के महेश, पिपरोदर प्रधान रमजान खान ने बताया कि सरकार का करोड़ों रुपये बर्बाद हो गया। स्थानीय स्तर पर पर यह व्यवस्था ध्वस्त है। एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि प्रधान व विभागीय अधिकारी यदि इस जिम्मेदारी को पूरा नहीं करते तो कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही प्रधानों व जल निगम के अवर अभियंता की बैठक बुलाकर समस्या का समाधान किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.