सहकारी बैंक ओरन में 36 लाख के गबन में हुई लीपापोती
ये का जिम्मेदारों ने गबन किया।
सहकारी बैंक ओरन में 36 लाख के गबन में हुई लीपापोती
जागरण संवाददाता, बांदा : कोआपरेटिव बैंक में चार वर्ष पूर्व 36 लाख रुपये का जिम्मेदारों ने गबन किया। मामले का खुलासा होने पर पांच लोगों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। दो कर्मचारियों को बर्खास्त करने के साथ ही तीन के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई थी। लेकिन खाताधारकों के हजम किए गए 36 लाख रुपये की आज तक रिकवरी नहीं हो सकी। मामले की एसआइबी जांच कर रही है। लेकिन इसे अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सका। जबकि जांच अधिकारियों ने दोषियों से धनराशि की रिकवरी कराने के निर्देश तभी दिए थे।
जिला सहकारी बैंक की शाखा ओरन में वर्ष 2017 में करीब 36 लाख रुपये का गबन किया गया था। कर्मचारियों व अन्य जिम्मेदारों ने खातेधारकों का पैसा ही हजम कर लिया। कुछ दिन के बाद खाताधारकों ने खाता चेक किया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। मामला फैला तो उपायुक्त व उप निबंधक दीपक सिंह ने सहायक आयुक्त से मामले की जांच कराई। जांच में दोषी पाए जाने पर थाने में पांच कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसमें दो कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई और तीन कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी। जांच अधिकारी व उपायुक्त दीपक सिंह ने दोषियों के वेतन व घर से वसूली कराने के निर्देश दिए थे। करीब पांच वर्ष बीत गए, अभी तक जिम्मेदारों से वसूली नहीं हो सकी। रुपये गबन करने वाले जिम्मेदार सरकारी धन से खुलेआम ऐश-ओ-आराम की जिंदगी जी रहे हैं। जांच अधिकारियों ने दोषी संचालक के आवास में चल रहे बैंक का स्थान परिवर्तन तत्काल कराने की भी संस्तुति की थी। लेकिन आज भी बैंक वहीं संचालित किया जा रहा है, जहां लाखों रुपये का गबन किया गया था।
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-ओरन बैंक घोटाले के मामले में दो कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। तथा तीन निलंबित चल रहे हैं। मामले में अभी एसआइबी जांच चल रही है। रिकवरी अभी किसी भी दोषी से नहीं हुई। जब डीआर संस्तुति करेंगे तभी पांचों कर्मचारियों में वसूली का निर्धारण किया जाएगा।
-बद्री विशाल त्रिपाठी, चेयरमैन जिला कोआपरेटिव बैंक, बांदा