जिले को मिले तीन और वृहद गोसंरक्षण केंद्र
जागरण संवाददाता बांदा गोवंश संरक्षण के लिए प्रदेश की योगी सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं। ताकि गायों का भरण पोषण हो सके। जिले को तीन और नए वृहद गो संरक्षण केंद्र मिले हैं। तीनों के निर्माण के लिए शासन ने साढ़े तीन करोड़ से अधिक की धनराशि जारी कर दी है। इससे पहले दो वृहद गो संरक्षण केंद्रों का निर्माण कराया जा चुका है जहां गोवंश पल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बांदा : गोवंश संरक्षण के लिए प्रदेश की योगी सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं। ताकि गायों का भरण पोषण हो सके। जिले को तीन और नए वृहद गो संरक्षण केंद्र मिले हैं। तीनों के निर्माण के लिए शासन ने साढ़े तीन करोड़ से अधिक की धनराशि जारी कर दी है। इससे पहले दो वृहद गो संरक्षण केंद्रों का निर्माण कराया जा चुका है जहां गोवंश पल रहे हैं।
जिले में अन्ना प्रथा की समस्या से निजात दिलाने के लिए स्थाई व अस्थाई गोशाला निर्माण के अलावा वृहद गोसंरक्षण केंद्र बनाए जा रहे हैं। दो संरक्षण केंद्र पहले बन चुके हैं। जिसमें एक रगौली भटपुरा व दूसरा बड़ागांव में संचालित है। इनके अलावा तीन और वृहद गोसंरक्षण केंद्र बनाए जा रहे हैं। जिसमें पैलानी क्षेत्र के सिधनकला में निर्माण भी शुरू हो गया है। शेष दो सदर तहसील क्षेत्र के कनवारा व अतर्रा तहसील क्षेत्र के पौहार में बनाया जाना है। प्रत्येक वृहद गोसंरक्षण केंद्र की लागत एक करोड़ 20 लाख रुपये है। शासन द्वारा कार्यदायी विभाग आरईएस को धनराशि भी जारी कर दी गई है। वृहद गो संरक्षण केंद्र में लगभग एक-एक हजार गोवंश संरक्षित करने की क्षमता रखी गई है। इनमें छाया, पेयजल, भूसा, गोदाम, चरही सहित अन्य जरूरी सुविधाएं रहेंगी। ताकि गोवंश के भरण-पोषण के लिए पूरी सुविधा दिलायी जा सके।
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- तीन नए वृहद गो संरक्षण केंद्र में सिधनकला में काम शुरू है। कनवारा व पौहार के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। शासन से धनराशि मिल गई है। शीघ्र ही उनका भी निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। -डॉ.सतपाल सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी