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गांव में गंदगी, कर्मचारी कर रहे साहब के घर में नौकरी

संवाद सहयोगी बबेरू स्वच्छ भारत मिशन को लेकर शासन-प्रशासन पूरा जोर लगाए है। लाखों रुपये स

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Sep 2021 04:53 PM (IST)Updated: Mon, 13 Sep 2021 04:53 PM (IST)
गांव में गंदगी, कर्मचारी कर रहे साहब के घर में नौकरी
गांव में गंदगी, कर्मचारी कर रहे साहब के घर में नौकरी

संवाद सहयोगी, बबेरू : स्वच्छ भारत मिशन को लेकर शासन-प्रशासन पूरा जोर लगाए है। लाखों रुपये सफाई के नाम पर खर्च हो रहे हैं। बावजूद इसके मिशन की परिकल्पना साकार होती नहीं दिख रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई कर्मचारियों की तैनाती सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। कर्मचारी गांव जाते ही नहीं। हालात यह हैं कि चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। और यह कर्मचारी अधिकारियों के यहां अपनी तैनाती कराकर चैन की नींद सो रहे हैं।

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विकासखंड बबेरू की 61 ग्राम पंचायतों व 18 राजस्व सहित 79 गांव में कुल 75 कर्मचारियों की तैनाती है। जिसमें 14 महिलाएं हैं। आंकड़े बताते हैं कि प्रतिमाह 25 लाख चार हजार 25 रुपये खर्च इन कर्मचारियों पर खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन, सफाई के नाम पर देखा जाए तो गांव में जिस तरह से गंदगी का अंबार लगा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सफाई कर्मियों की उपस्थिति कागजों में दर्ज कर ली जाती है। ग्रामीणों की मानें तो सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है।

चार हजार की आबादी को सफाई की दरकार

ग्राम पंचायत पंड़री की करीब चार हजार से अधिक की आबादी है। गांव में करीब डेढ़ वर्ष से सफाई कर्मी नहीं आ रहा है। जिसके चलते गांव में गंदगी का अंबार है। ग्रामीणों को गंदगी के बीच से गुजर कर आना जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने प्रधान सहित उच्चाधिकारियों से सफाई कर्मचारी को तैनात किए जाने की मांग की लेकिन जब अधिकारी ही सफाई कर्मचारियों को अपने आवासों पर तैनात किए हैं तो भला कौन सुनेगा। बोले लोग

करीब डेढ़ साल से गांव की नालियों व गलियों की सफाई नहीं हुई। जिसके चलते बीमारियां बढ़ रही हैं। मच्छरों ने जीना हराम कर रखा है।

- भवानीदीन

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सरकार स्वच्छ भारत का सपना दिखा रही है। लेकिन, गंदगी में ग्रामीण रहने को मजबूर हैं। उच्चाधिकारियों से कई बार शिकायत की। मगर जब सफाई कर्मचारी ही नहीं हैं, तो सफाई कैसे हो। गांव का कर्मचारी जिले के एक अधिकारी के यहां तैनात है।

- रमाकांत

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75 में छह की अधिकारियों के आवासों पर तैनाती

विभागीय सूत्रों की माने तो अर्थ एवं संख्या अधिकारी बांदा के आवास पर अधांव और सांडा गांव के दो सफाई कर्मचारी सोहनलाल व शिवकुमार की तैनाती है। जबकि डीसी मनरेगा के आवास पर जलालपुर का सफाई कर्मचारी सुरेश कुमार तैनात, अपर जिलाधिकारी के आवास पर पेस्टा के सफाई कर्मचारी प्रेमकुमार तैनात, सिटी मजिस्ट्रेट के आवास में पड़री गांव का सफाई कर्मी राजाभइया तैनात है। सीडीओ के आवास में अलिहा गांव का सफाई कर्मचारी शिवमोहन साहू की तैनाती है।

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सफाई कर्मचारियों की कमी होने से दिक्कत आती है। 75 में से दो कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। छह सफाई कर्मी जिले के आला अधिकारियों के यहां तैनात हैं। हालांकि गांवों से नदारद ऐसे कर्मचारियों का पे रोल भी विकास खंड से नहीं जाता है।

- सूरजपाल यादव, एडीओ पंचायत।


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