नहीं किया होमवर्क, दिनभर जाम के झाम से जूझे लोग
जागरण संवाददाता बांदा पंचायत चुनाव को लेकर शहर में आने वाली भीड़ का अंदाजा लगा पहले स
जागरण संवाददाता, बांदा : पंचायत चुनाव को लेकर शहर में आने वाली भीड़ का अंदाजा लगा पहले से रूट चार्ट तैयार नहीं किया गया। नतीजतन लोगों को जाम से दो चार होना पड़ा। जिला परिषद कार्यालय की ओर जाने वाले हर मार्ग पर शनिवार सुबह से ही वाहनों का रेला नजर आया। कालूकुआं ओवरब्रिज शाम तक वाहनों के हार्न से गूंजता रहा। कमोवेश यही हाल करीब हर मार्ग का नजर आया। देर शाम तक लोग जद्दोजहद करते दिखे। इधर, रविवार की बंदी को लेकर लोग बड़ी संख्या में खरीदारी को भी निकले, जिससे ट्रैफिक का लोड बहुत ज्यादा बढ़ गया। चर्चा रही कि पहले से होमवर्क नहीं करने और सुचारू ट्रैफिक की अनदेखी ने यह समस्या पैदा की।
शहर में एकाएक वाहनों की कतार बढ़ गई। यह वाहन उन उम्मीदवारों व समर्थकों के थे, जो पंचायत चुनाव में नामांकन पत्र जमा करने आए थे। प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए पहले ही गाइड लाइन जारी कर दी थी कि कोई भी उम्मीदवार लाव-लश्कर नहीं लाएगा। लेकिन प्रशासन की गाइड लाइन की धज्जियां इस प्रकार उड़ी कि शहर में आम जनमानस को कई घंटों जाम के झाम से जूझना पड़ा।
यातायात व्यवस्था को हल्के में लेना पड़ा भारी
नामांकन को देखते हुए शहर की यातायात व्यवस्था को जिम्मेदारों द्वारा हलके में लेना लोगों के लिए बडी भारी समस्या बन कर खड़ी हो गई। उम्मीदवारों के लाव-लश्कर पर रोक के बावजूद शहर में प्रवेश देना आम लोगों की परेशानी का कारण बना। शहर के मुख्य मार्गों पर पर्याप्त पुलिस बल मौजूद नहीं होने के कारण भीषण जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ा। यहां तक एंबुलेंस को भी रास्ता दिलवाने में पुलिस के पसीने छूट गए।
यहां रही सबसे ज्यादा समस्या
सबसे ज्यादा जाम की समस्या पुराना ओवर ब्रिज, नए ओवर ब्रिज, बालूलाल चौराहा, खूंटी चौराहा, स्टेशन रोड़, पीलीकोठी, कालूकुआं, बस स्टाप में देखने को मिली।