हथौरा गांव में आग से 26 घर जले व लाखों की गृहस्थी नष्ट
शुक्रवार को सुबह झाड़ियों
हथौरा गांव में आग से 26 घर जले व लाखों की गृहस्थी नष्ट
जागरण संवाददाता, बांदा : देहात कोतवाली क्षेत्र के हथौरा गांव में शुक्रवार को सुबह झाड़ियों से उठी आग की लपटें घरों में पहुंच गईं। देखते ही देखते अनुसूचित जाति की बस्ती चपेट में आ गई। फायर ब्रिगेड की दो मशीनों के जरिए ग्रामीणों के सहयोग से करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस बीच 26 लोगों के घर व गृहस्थी जल गई। कई घरों में शादियों की तैयारियां चल रही थीं। यहां खुशियां गायब हो गईं।
बांदा से बबेरू मार्ग पर कुछ दूरी में बसे हथौरा गांव में सुबह करीब 11 बजे किसी ने सड़क किनारे झाड़ियों में आग लगा दी। हवा गांव की तरफ होने के कारण सुलगती हुई आग कच्चे खपरैल वाले घरों में जा पहुंची। जब तक ग्रामीण कुछ समझ पाते आग ने विकराल रूप ले लिया। अनुसूचित जाति बस्ती में बद्री के मकान से शुरू हुई आग ने 26 घरों को गिरफ्त में ले लिया। बस्ती के हीरामनी, राजाभइया, राजाराम, जगदीश, राजकुमार, इंद्रजीत, मातादीन, रामशरण, शिवशरण, रविकरण, चुनूबाद, छोटिया, राकेश, बिंदारामबाबू, रजवा, संतोष कुमार, शिवकुमार, चुन्नू आदि के घर व गृहस्थी जलकर राख हो गईं। सूचना पर दमकल कर्मी और पुलिस कर्मी संशाधन लेकर पहुंचे और कड़ी मशक्कत पर तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया। जब आग बुझी तो ग्रामीणों को अपने-अपने घरों में सब कुछ राख मिला। आग की खबर पर तहसील से राजस्व कर्मियों की टीम पहुंची और नुकसान का जायजा लिया। आग से करीब 20 लाख का सामान जलने का अनुमान है। ज्यादातर घरों में राशन, कपड़े व गृहस्थी का सामान नष्ट हो गया। उधर, मेवालाल के बेटे राजेंद्र कुमार की 21 जून को है। घर में तैयारियां चल रही हैं। आग से दुल्हन के लिए खरीदे गए जेवर, कपड़े व सारा सामान जल गया। हरीनारायण की बेटी गोमती की भी बरात पांच जून को आनी थी। घर में मेहमान जुट गए हैं। आग ने घर की सारी खुशियां छीन लीं। राजकुमार के बेटे अवधेश की शादी 27 जून को है। घर में बरात ले जाने की तैयारी चल रही हैं। इन तीनों घरों में शादी की खुशियां गम में बदल गईं।