Move to Jagran APP

विवादित ढांचा के मामले में कोर्ट का फैसला सराहनीय

जागरण संवाददाता बांदा सीबीआइ की विशेष अदालत ने बुधवार को अयोध्या मामले में 28 वर्ष बाद अपना

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 12:12 AM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 12:12 AM (IST)
विवादित ढांचा के मामले में कोर्ट का फैसला सराहनीय
विवादित ढांचा के मामले में कोर्ट का फैसला सराहनीय

जागरण संवाददाता, बांदा : सीबीआइ की विशेष अदालत ने बुधवार को अयोध्या मामले में 28 वर्ष बाद अपना फैसला सुनाया है, जिसमें सभी 32 आरोपितों को बरी किया है। इस फैसले से जिले में भी मुस्लिम व हिदू समाज ने मिलीजुली प्रतिक्रियाएं दी हैं। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया। वहीं हिदू समाज के लोगों ने इस फैसले पर खुशी जाहिर की। कहा कि आम जनता को न्यायालय से ऐसी ही उम्मीद थी। इस फैसले से हर तरफ खुशियां हैं। लोग कहते हैं कि इस फैसले से हिदू-मुस्लिम एकता को और मजबूती मिलेगी।

loksabha election banner

-------------

क्या कहते हैं जिलेवासी :

उच्चतम न्यायालय ने विवादित ढ़ांचा मामले में जो भी फैसला सुनाया है, वह साक्ष्यों के आधार सुनाया है। साक्ष्य न होने पर ही सभी को बरी किया गया है।

अकील मियां, शहर काजी

--------------------

न्यायालय व देश का कानून सर्वोपरि है। जो भी निर्णय है, उसे मानना पहला कर्तव्य है। वह फैसले का सम्मान करते हैं।

-सादी जमा खां, मुतवल्ली, जामा मस्जिद

------------------------

सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या मामले पर आए फैसले का सम्मान करते हैं। जो निर्णय आया है वह मुल्क के हित में है। सभी का मत अब कोरोना संकट से मुक्ति व देश के विकास पर होना चाहिए।

-महफूज रहमान, कपड़ा व्यवसायी

----------------------

जो भी फैसला आया है वह उचित और बहुत अच्छा है। न्यायालय ने कहा है कि आवेशवश यह सब हुआ था,साजिशन नहीं। इस फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए।

-मनोज जैन, अध्यक्ष उद्योग व्यापार मंडल

-----------------------

सुप्रीम कोर्ट ने जो भी अयोध्या मसले पर फैसला सुनाया है, वह सराहनीय है। आम जनता को न्यायालय से ऐसी ही उम्मीद थी। इससे सभी लोग संतुष्ट व खुश हैं।

-अमित सेठ भोलू, व्यापारी नेता

----------------------

प्रशासन की सख्ती से जिले में रही पूरी शांति

बांदा : न्यायालय के अयोध्या संबंधी फैसले को लेकर पुलिस प्रशासन ने जिले में शांति व अमन बनाए रखने के लिए पूरी तैयारी की थी। सभी सार्वजनिक स्थलों से लेकर भीड़भाड़ वाले इलाकों और मस्जिदों के पास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। खुद नगर मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह व पुलिस के अधिकारी शहर व अन्य इलाकों में भ्रमण करते रहे। पुलिस प्रशासन की सख्ती की वजह से कहीं खुशी मनाने के लिए न कोई आयोजन हुए और न ही कहीं विरोध को लेकर लोग बाहर निकल पाए। वहीं सोशल मीडिया के जरिए लोग फैसले को लेकर अपना मंतव्य व्यक्त करते रहे। नगर मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पूरे जिले में अमन व शांति रही। कहीं भी किसी प्रकार के तनाव या खुशी के इजहार की सूचना नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.