पालिका के सफाई कर्मियों के दैनिक मानदेय पर हो रहा भ्रष्टाचार
जागरण संवाददाता बांदा नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों को मिलने वाले दैनिक मानदेय पर ठेक
जागरण संवाददाता, बांदा: नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों को मिलने वाले दैनिक मानदेय पर ठेकेदार द्वारा चपत लगाई जा रही है। शासन की ओर से तय पालिका सफाई कर्मियों को मिलने वाला दैनिक मानदेय 331 रुपये निर्धारित किया गया है। लेकिन ठेकेदार की मनमानी के चलते सफाई कर्मियों को 250 रुपये ही दैनिक मानदेय के रूप में भुगतान किया जा रहा है। शासनादेश द्वारा कर्मियों के वेतन से 12 फीसदी कटौती की जानी है, जबकि सेवा प्रदाता ठेकेदार द्वारा 13 फीसदी अंशदान दिया जाना हैं। जो नगर पालिका के ठेकेदार द्वारा अंशदान कर्मचारियों के खाते में नहीं जमा हो रहा है।
सभी सफाई कर्मचारियों के खाते में 25 फीसदी जमा किया जाना है जो की आदेश द्वारा 2013-14 से ही प्रस्तावित है। लेकिन न ही कर्मचारियों से कटौती की गई और न ही सेवा प्रदाता की ओर से अंशदान जमा किया गया हैं। भविष्य निधी योजना के अंतर्गत सफाई कर्मचारियों को कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है। जिसकी जिम्मेदारी पालिका के अधिष्ठान लिपिक, देव भूमी कट्रेक्शन के ठेकेदार एवं नगर पालिका के अध्यक्ष पर बनती है। लेकिन अभी तक इनकी ओर से सफाई कर्मचारियों को केवल आश्वासन के अलावा कुछ हाथ नहीं लगा।
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एक नजर पालिका के कर्मियों पर
पालिका में सफाई कर्मियों की संख्या-511
आउटसोर्सिंग सफाई कर्मियों की संख्या-200
शासन की ओर से तय मानदेय- 331
ठेकेदार की ओर से दिया जा रहा मानदेय- 250
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ठेकेदार की मनमानी के चलते सफाई कर्मियों को दैनिक मानदेय शानस की ओर से तय मूल्य पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते पालिका अध्यक्ष एवं ठेकेदार की सांठगांठ से यह भ्रष्टाचार व्याप्त है, कई बार इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की लेकिन अश्वासन के सिवा कुछ भी नहीं प्राप्त हुआ।
-कालका प्रसाद सागर, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ