काउंटर पर आवेदन लेने से इंकार, दलाल दे रहे गारंटी
जागरण संवाददाता, बांदा : शासन ने कई सालों से शस्त्र के लाइसेंस बनाने पर लगी रोक हटाई तो
जागरण संवाददाता, बांदा :
शासन ने कई सालों से शस्त्र के लाइसेंस बनाने पर लगी रोक हटाई तो दो माह से आवेदन करने वालों की कतारें लग गईं। प्रशासन को दो हजार से ज्यादा आवेदन आने की उम्मीद भी नहीं थी। लेकिन ढाई हजार से ज्यादा फार्म बिक गए और अब तक 1500 फार्म जमा हो गए। अभी भी फार्म मांगने वाले और आवेदन जमा करने वालों की लाइन नहीं टूट रही है। ऐसे में शस्त्र काउंटर पर अब न फार्म दिए जा रहे हैं और न ही आवेदन जमा कर रहे हैं। ऐसे कलेक्ट्रेट में सक्रिय दलाल आवेदन जमा कराने का ठेका ले रहे हैं।
शस्त्रों के लाइसेंस बनवाने में आवेदन पत्र भरवाने और उसपर कार्रवाई शुरू कराने के लिए कलेक्ट्रेट से लेकर एसपी आफिस और कोतवाली तक दलाल सक्रिय हैं। ये एक आवेदन पत्र 800 रुपये से 1000 तक वसूल रहे हैं। यह बात दीगर है कि अभी तक शस्त्र अनुभाग में एक भी आवेदन पत्र स्वीकार नहीं हो सके। नए शस्त्र लाइसेंस पर पिछले करीब पांच साल से रोक लगी थी। इस कारण सिर्फ मृतक आश्रितों और शू¨टग के खिलाड़ियों के ही शस्त्र लाइसेंस बन पा रहे थे। डेढ़ माह पहले शासन ने नए शस्त्र लाइसेंस पर रोक हटाने के आदेश जारी कर दिए। इसकी सूचना समाचार पत्रों में पढ़ते ही कलेक्ट्रेट में एक अभी तक करीब एक हजार से ज्यादा आवेदन नए शस्त्र लाइसेंस के लिए भरे जा चुके हैं। इन आवेदनपत्रों को भरवाने का काम कलेक्ट्रेट परिसर में ही बैठे दलाल कर रहे हैं। जो आवेदनपत्र के साथ दो शपथपत्र, आईडी प्रूफ आदि और आवेदक का फोटो लेने के बाद उससे 80 से 1000 रुपये तक वसूल रहे हैं। इसमें उन्हें गारंटी भी दी जा रही कि आवेदन पत्र की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी। उसके बाद तहसील और पुलिस की रिपोर्ट लगवाने की जिम्मेदारी आवेदक की होगी। वहीं भले ही शासन से आदेश जारी हो गया, और नए आवेदकों की भीड़ बढ़ रही हो, लेकिन शस्त्र अनुभाग ने एक भी आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किया है।
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दलालों की आड़ में मिल रहे फार्म
शस्त्र अनुभाग में सीधे जाने पर लोगों को फार्म मिलना आसान नहीं है। काउंटर पर बैठे लोग सीधे फार्म न होने की बात कह देते हैं। उधर, बाहर मड़राने वाले दलाल यह फार्म 50 से 100 रुपये में दे रहे हैं। साथ ही आवेदकों को रिझाने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं।
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शस्त्र लाइसेंस जारी करने में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। शस्त्र काउंटर पर फार्म मुफ्त उपलब्ध हैं। दलालों को अंदर नहीं घुसने दिया जाएगा। यदि ऐसे शिकायत आई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।-हीरालाल, डीएम, बांदा।