अवैध खनन को रंज नदी पर बना वैकल्पिक रास्ता
संवाद सहयोगी , नरैनी: बांदा में खनन को लेकर माफिया नई-नई तकनीकी अपनाने से भी पीछे नहीं
संवाद सहयोगी , नरैनी: बांदा में खनन को लेकर माफिया नई-नई तकनीकी अपनाने से भी पीछे नहीं हट रहे है। चोरी छिपे खनन की बात कौन कहे, माफिया अवैध खनन को नदी पर वैकल्पिक रास्ता भी बनाए है। पिछले दिनों प्रशासन ने इस मार्ग को ध्वस्त किया था। मगर दबंग माफिया ने एक बार फिर से नदी पर रास्ते का निर्माण करा लिया। खनन के इस खेल से सरकार को लाखों के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।
तहसील नरैनी के ग्राम बडैछा के निकट से रंज नदी बहती है । जिसका एक छोर यूपी व दूसरा एमपी के गांव अमरछि से जुड़ता है। मध्य प्रदेश के बालू कारोबारी इस नदी पर बालू से भरी बोरियों से रास्ता बनाकर महीनों से ट्रैक्टरों में बालू की निकासी कर परिवहन कर रहे थे। प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेकर बीते दिनों पुल को जेसीबी मशीन से ध्वस्त करा दिया था । लेकिन अमरछि गांव के बालू माफिया ने दबंगई दिखाते हुए पुन: रास्ता बना लिया है। बदैछ गांव में उत्तर प्रदेश की सीमा में भारी मात्रा में रंज नदी पर पड़ी बालू को मजदूरों द्वारा ट्रैक्टरों में भरवा कर मध्य प्रदेश की ओर ले जाकर बेंची जा रही है। सूत्रों की मानें तो करतल पुलिस की मिलीभगत से यह अवैध खनन फल-फूल रहा है । ग्राम प्रधान कृष्ण कुमार ने बताया कि मना करने पर बालू माफिया गुंडई दिखाते हुए जान से मारने की धमकी देते हैं। तहसीलदार राजीव निगम ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है राजस्व टीम को पुन: भेजकर जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी।