हॉस्टल से रूम बदलने की कहकर घर से आए थे आरोपित छात्र
झांसी घटना के बाद आए परिजनों के अनुसार छात्रों ने अपने घर पर 15 अक्टूबर से कॉलेज खुलने
झांसी : घटना के बाद आए परिजनों के अनुसार छात्रों ने अपने घर पर 15 अक्टूबर से कॉलेज खुलने और इससे पहले हॉस्टल का रूम बदलने की बात कहकर अपने घर से 2-3 दिन पहले ही कॉलेज के हॉस्टल में आए थे। एक छात्र ने अपने घर पर कॉलेज से बुलाए जाने का मैसेज आने की बात कही, तो बाकी ने एक-दूसरे को फोन कर बुलाया था।
नामजद आरोपित भरत कुमार कुशवाहा के पिता अपने भतीजे के साथ पुत्र से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि पॉलीटेक्निक में प्रवेश हो जाने के बाद मन में यह आस बलवती हो उठी थी कि बच्चा इंजीनियर बन जाएगा और कहीं उसे आसानी से नौकरी मिल जाएगी। भगवान को न जाने क्या मंजूर था, जो यह घटना हो गई और बच्चा इसमें फंस गया। उन्होंने बताया कि उनका पुत्र भरत घर से कबरई (महोबा) से 9 अक्टूबर को झांसी आया। हॉस्टल में दूसरे दिन ही यह घटना हो गई। भरत पर रैगिंग और मारपीट का आरोप होने के संबंध में पिता ने बताया कि पिछले साल छात्रों के बीच में विवाद हो गया था, जिस पर भरत पर मारपीट का आरोप लगा था। कॉलेज प्रशासन ने अभिभावकों को बुलाया था, तो उनका बड़ा पुत्र ओम प्रकाश आया था। अब उस पर फिर एक बड़ा गंभीर आरोप लगा है। उन्होंने मांग की कि अगर पुत्र ने गलत काम किया है, तो उसको स़जा मिले, लेकिन अगर उसने गलत नहीं किया है, तो उसका भविष्य बर्बाद होने से बचाया जाए।