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दूसरे चरण में 822 फ्रंट लाइन वर्करों को लगा टीका

जागरण संवाददाता बांदा कोरोना टीकाकरण दूसरे चरण में वृहद रहा है। इस बार पांच अस्पत

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 11:07 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 11:16 PM (IST)
दूसरे चरण में 822 फ्रंट लाइन वर्करों को लगा टीका
दूसरे चरण में 822 फ्रंट लाइन वर्करों को लगा टीका

जागरण संवाददाता, बांदा : कोरोना टीकाकरण दूसरे चरण में वृहद रहा है। इस बार पांच अस्पतालों में 822 फ्रंट लाइन वर्करों का वैक्सीनेशन किया गया। जबकि 445 लाभार्थियों को टीका नहीं लग पाया। छूटे हुए लोगों की सूची तैयारी की गई है। हर जगह पूर्ण सुरक्षा व अधिकारियों की देखरेख रही। शासन की गाइड लाइन का अनुपालन किया गया है।

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शुक्रवार को दूसरे चरण का टीकाकरण जनपद के राजकीय मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, पीएचसी बिसंडा, सीएचसी नरैनी व बहेरी में कराया गया है। सभी अस्पतालों में 1267 फ्रंट लाइन वर्करों को टीका लगवाने के लिए बुलाया गया था। इसमें सबसे ज्यादा लाभार्थियों की संख्या नरैनी सीएचसी में रही है। सुबह 10 बजे पूरी प्रक्रिया प्रथम चरण के टीकाकरण की तरह ही शुरू कराई गई। इसमें पहला टीका यूनीसेफ के हरेंद्र प्रसाद को लगाया गया। डीएम आनंद कुमार सिंह व सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने जिला अस्पताल के तीनों वैक्सीन सत्रों का निरीक्षण किया। टीका लगवाने वाले लाभार्थियों का हाल-चाल पूछा। ड्यूटी में लगे कर्मचारियों व सुरक्षा कर्मियों से भी अधिकारियों ने बात की। इसी तरह हर अस्पतालों में संबंधित अधिकारी पहुंचे। वैक्सीनेशन से संबंधित पूरी जानकारी की है। बताते चले कि प्रथम चरण के टीकाकरण में 400 लाभार्थियों की जगह कुल 263 को टीका लगवाने का लाभ मिला। इससे दूसरे चरण में छूटे हुए लाभार्थियों को भी शामिल किया गया है। सीएमओ ने बताया कि जिन लोगों को बुखार व अन्य किसी तरह की परेशानी थी। उनको टीका नहीं लगा है। शेष बचे फ्रंट लाइन वर्करों को अब प्लानिग के तहत आगे टीका लगवाया जाएगा। इस बार किसी को टीका लगवाने के बाद दिक्कत नहीं हुई है।

एक नजर में टीकाकरण

अस्पताल - लाभार्थी

जिला अस्पताल - 192

मेडिकल कॉलेज - 155

बिसंडा पीएचसी - 141

नरैनी सीएचसी - 228

बहेरी पीएचसी - 106

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योग - 822

इस तरह पूरी हुई प्रक्रिया

- टीकाकरण सेंटर के गेट में पहले टेंपरेचर चेक हुआ, सैनिटाइज कराया गया, आईडी प्रूफ की जांच की गई

- गेट से प्रवेश के बाद सत्यापन डेस्क में पंजीयन सूची से मिलान कराया गया।

- तीसरे चरण में लाभार्थी को वेटिग रूम में बैठने को कहा गया।

- वैक्सीनेशन रूम में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया।

- टीकाकरण के बाद लाभार्थी को आब्जर्वेशन कक्ष में 30 मिनट तक बैठाया गया।

- किसी तरह की समस्या न होने पर पीछे के निकास द्वार से लाभार्थी को बाहर निकाला गया।

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मामूली जी मिचलाने व घबराहट की हुई शिकायत

- जिला अस्पताल में एक महिला फ्रंट लाइन वर्कर को वैक्सीनेशन के बाद हल्की से घबराहट हुई। जी मिचलाने की शिकायत हुई। लेकिन आब्जर्शेन में कुछ ही देर में उसे आराम मिल गया। इसी तरह कुछ जगहों पर मामूली घबराहट आदि की परेशानी हुई है। सीएमओ ने बताया कि जो पहले से घबरा रहे थे। उन्हीं बस को ऐसा लगा है। हालांकि उन्हें भी ज्यादा दिक्कत नहीं हुई है।

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गर्भवती व बीमार का नहीं हुआ टीकाकरण

- कोरोना टीकाकरण की नियमावली के हिसाब से जो गर्भवती हैं। इसके अलावा जिन्हें बुखार व अन्य बीमारी आदि की समस्या थी। उनको टीका नहीं लगाया गया है। ऐसे फ्रंट लाइन वर्कर मेडिकल कॉलेज में 27, नरैनी में 10 व जिला अस्पताल में करीब 15 सामने आए हैं। इसकी अलग सूची तैयार की जा रही है।

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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता टीका लगवाने कम पहुंची

- दूसरे चरण के टीकाकरण में जिन 445 फ्रंट लाइन वर्करों को टीका नहीं लग पाया है। उसमें सीएमओ ने बताया कि ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता टीका लगवाने किसी न किसी वजह से कम आए हैं। जिसके चलते लाभार्थियों की संख्या 822 रही है।


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