राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह से निपटाए 35,998 मामले
को राष्ट्रीय लोक अदालत का फीता काटकर शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह से निपटाए 35,998 मामले
जागरण संवाददाता, बांदा : राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को 35998 मामलों का निस्तारण सुलह के आधार पर किया गया। इस दौरान जजों ने 16.12 लाख रुपये जुर्माना लगाया। वहीं मोटर दुर्घटना वादों में 1.29 करोड़ रुपये प्रतिकर दिलाया।
प्रभारी जिला जज मोहम्मद अशरफ अंसारी ने शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का फीता काटकर शुभारंभ किया। उनकी अध्यक्षता में कुल नियत 70413 मामलों में 35998 का सुलह-समझौते से निस्तारित कराया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव ने पारिवारिक छह मामलों का निस्तारण किया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार पांडेय ने 29 वाद निस्तारित किए और 1,29,71,000 रुपये बीमा कंपनियों से पीड़ित पक्षों को मुआवजा दिलाया। प्रथम अपर जिला जज मोहम्मद अशरफ अंसारी ने आठ, अपर जिला जज एससी/एसटी मोहम्मद कमरुज्जमा खान ने पांच, अपर जिला जज (ईसी एक्ट) निरंजन कुमार ने 35, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हेमंत कुमार कुशवाहा ने सर्वाधिक 722 वाद निस्तारित किए। सिविल जज (सीडि) अंजू कंबोज ने 40 वाद, प्रथम अपर सीजेएम नदीम अनवर ने 176, द्वितीय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह ने 12, सिविल जज (जूडि) अनुजा सिंह ने 24, सौम्या मिश्रा ने 97, शालिनी ने 65, मनीषा साहू ने एक, सिविल जज (जूडि एफटीसी) कंचन ने 32 , सिविल जज अभय कुमार ने 21, सिविल जज अतर्रा नितिन सिंह ने 22, सिविल जज बबेरू सौरभ आनंद ने 68 मामलों का सुलह के जरिए निस्तारण कराया। जबकि विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट कौशलकिशोर प्रजापति ने 13 वाद निस्तारित किए। स्थायी लोक अदालत अध्यक्ष कमलेश दुबे ने पांच वाद निस्तारित किए। वहीं बैंक के जरिए 228 वादों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया गया, जिसमें दो करोड़ 21 लाख रुपये पक्षकारों से वसूल किए। इस मौके पर जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष बृजमोहन सिंह, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक विनय कुमार पांडेय मौजूद रहे।