पासिग आउट परेड में 177 रिक्रूट शामिल
जागरण संवाददाता बांदा स्थानीय पुलिस लाइन में प्रशिक्षण ले रहे 177 रिक्रूट की परेड के बाद
जागरण संवाददाता, बांदा : स्थानीय पुलिस लाइन में प्रशिक्षण ले रहे 177 रिक्रूट की परेड के बाद नई जिम्मेदारी मिली है। एसपी ने अच्छा प्रदर्शन करने वाले आरक्षियों को सम्मानित किया। सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए बधाई दी। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए पासिग आउट परेड के बाद अब नए पुलिस कर्मियों को चौकी, थानों में तैनाती मिलेगी।
आधारभूत प्रशिक्षण प्राप्त कर बांदा पुलिस में सम्मिलित हुए 177 आरक्षी अपने कर्तव्यों के निर्वहन को अब थाने में तैनात होंगे। मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीना ने परेड की सलामी लेने के बाद जवानों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि छह माह पूर्व लिखित व शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण कर 177 आरक्षी पुलिस लाइन में प्रशिक्षण प्राप्त करने झांसी, जालौन, उन्नाव, गाजीपुर, बनारस से आए थे। क्षेत्राधिकारी लाइन राकेश कुमार सिंह, प्रतिसार निरीक्षक लाइंस अजमेर सिंह ने समय-समय पर प्रशिक्षित किया। निरीक्षण केंद्र पर अनुशासन व प्रभावी नियंत्रण रखने के लिए आरटीसी प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह, आरक्षी अजय कुमार को नियुक्त किया गया। परीक्षा में उत्तीर्ण होकर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले आरक्षी प्रांजल अग्रवाल, देवेश कुमार सिंह, देवेंद्र कुमार, उपेंद्र सिंह को पुलिस अधीक्षक ने सम्मानित किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप सिंह चौहान के साथ क्षेत्राधिकारी नरैनी नितिन कुमार, क्षेत्राधिकारी सदर सत्य प्रकाश शर्मा, क्षेत्राधिकारी अतर्रा आनंद कुमार पांडेय आदि मौजूद रहे।
कर्फ्यू के चालान में धन उगाही का आरोप, नहीं दी रसीद: कोरोना कर्फ्यू को लेकर भीड़ कम करने के लिए पुलिस जहां शिकंजा कस रही है। वहीं कुछ पुलिस कर्मी चालान के नाम पर रुपये लेने के बाद रसीद नहीं दे रहे हैं। व्यापारियों ने धन उगाही व परेशान करने का आरोप लगाया है।
प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की ओर से कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। जिसके चलते पुलिस कर्मी खुली हुई दुकानों को निर्धारित समय पर बंद कराते हैं। नियम का पालन न करने वालों का चालान काटा जाता है। शुक्रवार को भी इसी तरह चौक बाजार में कुछ दुकानें खुली थीं। पुलिस कर्मियों ने वहां जाकर खाकी का रौब गांठा। करीब आधा दर्जन से ज्यादा दुकानदारों से चालान के नाम पर एक-एक हजार रुपये ले लिए। व्यवसायियों का आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने चालान के नाम पर रुपये लेने के बाद सादे कागज में उनके नाम नोट किए हैं। जबकि चालान की कोई रसीद उन्हें नहीं दी गई है। पुलिस कर्मी परेशान करने के साथ उनसे धन उगाही कर रहे हैं। कोतवाली निरीक्षक भास्कर मिश्रा ने बताया कि दुकानदारों से पुलिस कर्मियों ने यदि चालान के नाम पर रुपये लिए हैं तो उन्हें रसीद दिलाई जाएगी। मामले का वह पता कराएंगे।