साकेत एक्सप्रेस में बैग में रखे 140 कछुए बरामद
संवाद सहयोगी मानिकपुर (चित्रकूट) रानीपुर वन्यजीव विहार की टीम ने जीआरपी के साथ अयो
संवाद सहयोगी, मानिकपुर
(चित्रकूट) : रानीपुर वन्यजीव विहार की टीम ने जीआरपी के साथ अयोध्या से मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस जा रही साकेत एक्सप्रेस के आरक्षित कोच से 140 कछुए बरामद किए हैं। सभी कछुए के बच्चे हैं, जो एक बैग में थे। हालांकि, तस्कर भागने में कामयाब रहे।
मुंबई-हावड़ा रेलमार्ग पर मानिकपुर जंक्शन पर स्थित जीआरपी थाना को रविवार शाम करीब साढ़े सात बजे कंट्रोल रूम झांसी से सूचना मिली कि साकेत एक्सप्रेस के कोच डी-2 की बर्थ नंबर 51 के नीचे एक लावारिस बैग रखा है, जिसमें कछुए हैं। रानीपुर वन्य जीव विहार के रेंजर त्रिभुवन प्रसाद सिंह अपनी टीम, आरपीएफ के दारोगा अशोक कुमार व जीआरपी के निरीक्षक दिलीप कुमार मिश्रा, उप निरीक्षक हरिओम मिश्रा के साथ ट्रेन के मानिकपुर जंक्शन आने का इंतजार करने लगे। जैसे ही साकेत एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची तो टीम ने कोच को घेर लिया। कुछ पुलिसकर्मी अंदर गए और बर्थ नंबर 51 के नीचे रखे लावारिस काले बैग को नीचे लाकर खोल। उसमें कछुए के 140 बच्चे जिंदा मिले। यात्रियों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि प्रयागराज जंक्शन पर बैग देखा गया था। बैग के बारे में जानकारी की गई, लेकिन किसी ने उस पर दावा नहीं किया। इस पर एक यात्री राजेंद्र सिंह ने रेलवे कंट्रोल रूम झांसी को सूचना दी। कछुए रखरखाव और व्यवस्थापन के लिए रानीपुर वन्य जीव विहार के रेंजर की सिपुर्दगी में दिए गए हैं। वन्य जीव विहार के प्रतिपालक जीडी मिश्रा ने बताया कि बरामद कछुओं की कीमत करीब एक लाख रुपये है। तस्कर इनको मुंबई या किसी और महानगर में बेचने जा रहेथे। बरामद कछुए के बच्चों को रानीपुर वन्यजीव विहार के संरक्षित क्षेत्र अंतर्गत बरदहा नदी में छोड़ दिया गया है।