कम वजन वाले नवजात को दें 'कंगारू मदर केयर'
महिला अस्पताल में दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
बलरामपुर : जिला महिला अस्पताल में चल रहे चिकित्सकों व स्टाफ नर्सो के दो दिवसीय प्रशिक्षण में गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से आए एक-एक चिकित्सक व स्टाफ नर्सों को नवजातों के देखभाल की बारीकियां बताई गईं। महिला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) प्रभारी डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि कोरोना काल में नवजात शिशु की देखभाल में चुनौतियां आई हैं। एक स्वस्थ नवजात के मुकाबले अल्पवजनी नवजात के मृत्यु की संभावना चार गुना अधिक होती है। हर साल पैदा होने वाले नवजात शिशुओं में 27 फीसदी अल्पवजन वाले होते हैं। इनकी विशेष देखभाल की जरूरत ज्यादा रहती है। अल्पवजनी नवजात को सुरक्षा प्रदान करने में कंगारू मदर केयर की भूमिका अहम है। इससे नवजात के शारीरिक तापमान को बनाए रखने में मदद मिलती है।
कंगारू मदर केयर में शिशु को मां के सीने से चिपकाकर मां की शरीर की ऊष्मा प्रदान कराई जाती है। इससे सिर्फ शिशु के वजन में ही वृद्धि नहीं होती है बल्कि संभावित संक्रमण से भी शिशु का बचाव होता है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक ने कहा कि कंगारू केयर में माता अपने नवजात का सर अपने स्तन के बीच में रखती है। एक हाथ से शिशु के पीठ तथा दूसरा हाथ शिशु के नितम्बों के नीच रख सहारा देती हैं। शिशु का सर एक तरफ मुड़ा रहता है ताकि वह सहज रहे। डॉ. निहारिका यादव, डॉ. ओमनाथ राय, डॉ. अमित कुमार, डॉ. योगेंद्र कुमार, डॉ. अभिषेक, डॉ. मुहम्मद हसन अंसारी, डॉ. बृजेश कुमार, डॉ. जय सिंह गौतम, स्टाफ नर्स उर्मिला, अंजली, पूजा सिंह, चंद्रावती मौजूद रहीं।