पौधा लगाने के साथ सुरक्षा की करें चिता
हर साल हजारों पौधे पनप नहीं पाते हैं
बलरामपुर :हर साल अभियान चला कर लाखों पौधे रोपित किए जाते हैं। सरकारी अमला पूरी शिद्दत के साथ पौधारोपण का लक्ष्य तय करता है। इसमें स्वैच्छिक संस्थाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। नगर पालिका व नगर पंचायत शहर में सड़क किनारे बिना किसी योजना के पौधा लगा कर कोरम पूरा कर लेते हैं, लेकिन रोपित पौधों की सुरक्षा को लेकर कोई चिता नहीं करता है। जिस कारण हर साल हजारों पौधे पनप नहीं पाते हैं। वनस्पतिशास्त्री पौधे रोपित करने से पहले मिट्टी जांच व उसकी सुरक्षा का इंतजाम करने की सलाह देते हैं। जबकि 2018 में 2024424 व 2019 में 2176158 पौधे रोपित किए जाने का दावा किया जा रहा है।
26,87,645 पौधे रोपित करने का था लक्ष्य :-वर्ष 2019 में जिले में 26 लाख 87 हजार 645 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया था। इसमें ग्राम्य विकास विभाग को 13 लाख 61 हजार, कृषि को 43 हजार, माध्यमिक व बेसिक शिक्षा को 54 हजार, उद्यान विभाग को एक लाख 36 हजार पौधा लगाने थे। 13 लाख पौधे 15 अगस्त से पहले और बाकी उसी दिन रोपित किया जाना निर्धारित था। डीएफओ ने जीओ टैगिग भी कराई जाए। सभी विभागाध्यक्षों को अभी स्थल चयन कर पौधे रोपित करने व उद्यान विभाग को अपनी नर्सरी में पौधे तैयार करने का निर्देश था। बावजूद इसके शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा नहीं हो सका था।
लगाए जाएंगे फलदार पौधे :
-प्रभागीय वनाधिकारी रजनीकांत मित्तल का कहना है कि जिले में 29 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य है। पांच जुलाई को सभी विभाग एक साथ पौधारोपण करेंगे। इसमें नौ लाख पौधे वन विभाग रोपित करेगा। सागौन, शीशम, नीम व सहजन के पौधों की मांग अधिक है।